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धर्मशाला, शिमला की साफ बयार, परवाणू पर मार

दिवाली पर पटाखों ने हिमाचल की साफ हवा में भी जहर घोला है। वायु प्रदूषण का स्तर यहां तय मानदंडो से कई जगह ज्यादा है लेकिन शिमला व धर्मशाला में दिवाली पर भी वायु प्रदूषण नहीं हुआ।

By Edited By: Updated: Thu, 03 Nov 2016 12:33 PM (IST)
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शिमला [सीमा कश्यप] : दिवाली पर पटाखों ने हिमाचल की साफ हवा में भी जहर घोला है। वायु प्रदूषण का स्तर यहां तय मानदंडो से कई जगह ज्यादा है लेकिन शिमला व धर्मशाला ऐसी दो जगह है जहां दिवाली पर भी वायु प्रदूषण नहीं हुआ। कई जगह गत वर्ष के मुकाबले कम पटाखे चले। वहीं, परवाणू ने हवा में इतना जहर घोला कि कैंसर जैसे घातक रोग हो जाएं।

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औद्योगिक व ज्यादा जनसंख्या वाले क्षेत्रों की हवा में रेस्पाइरेबल संस्पेडिंड पर्टिकुलेट मैटर (आरएसपीएम) निर्धारित मात्रा से कहीं अधिक हो गया। दिवाली पर इसमें अधिक वृद्धि हुई है। हवा में सल्फर डाइक्साइड व नाइट्रोजन डाइक्साइट में भी वृद्धि हुई है लेकिन निर्धारित मात्रा से अभी कम है। परवाणू सेक्टर चार, पांवटा साहिब, काला अंब, डीआइसी बद्दी, नगर परिषद नालागढ़, मनाली नेहरू पार्क में आरएसपीएम की मात्रा सौ माइक्रोग्राम पर मीटर क्यूब से कही अधिक है जबकि सौ स्टेडर्ड मात्रा है जो इन क्षेत्रों में पार हो गई है।

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प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से राज्य में दिवाली से पहले जांचे गए वायु प्रदूषण से दिवाली के दिन कहीं अधिक प्रदूषण की मात्रा पाई गई है। सबसे अधिक वायु प्रदूषण औद्योगिक क्षेत्रों में पाया गया है। परवाणू में तो स्टेडर्ड मात्रा 100 को पार कर वायु में आरएसपीएम 379.9 माइक्रोग्राम पर मीटर क्यूब दिवाली के दिन पहुंचा है। बोर्ड के आंकड़े बताते है कि दिवाली पर सबसे अधिक प्रदूषण परवाणू व सबसे कम वायु प्रदूषण शिमला रिज मैदान पर हुआ है। धर्मशाला की स्थिति भी बेहतर बताई गई है। हालांकि वैज्ञानिकों के मुताबिक दिवाली के पटाखे ही इस प्रदूषण का कारण नहीं है बल्कि इन दिनों यातायात बढ़ने से भी वायु प्रदूषित हुई है।

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नहीं आई ध्वनि प्रदूषण की रिपोर्ट

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदेश के 12 क्षेत्रों में वायु में आरएसपीएम, नाइट्रोजन डाइक्साइड व सल्फर डाइक्साइड की मात्रा का पता लगाया है। शिमला का रिज व बस स्टैंड, बद्दी, नालागढ़, सोलन, सिरमौर, मनाली, कांगड़ा, धर्मशाला, पांवटा साहिब, काला अंब आदि स्थानों पर यंत्र लगाए गए थे। ध्वनि प्रदूषण से संबंधित निगरानी प्रदेश भर में नॉइस मीटर से की गई है मगर इसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। हाई वाल्यूम सैंपल, आरडीएस यंत्र से जांची गई एयर क्वालिटी की रिपोर्ट बोर्ड ने जारी की है।-संजय सूद, सदस्य सचिव, हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड।

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हिमाचल में दिवाली पर वायु प्रदूषण (आरएसपीएम)

स्थान वर्ष 2016 वर्ष 2015

शिमला रिज 65.5 41.38

परवाणू 379.9 209.38

धर्मशाला 75.0 136.0

डमटाल 89.0 208

पांवटा साहिब 129.9 116.7

काला अंब 121.34 103.7

ऊना 69.6 96.00

सुंदरनगर 194.8 89

बद्दी 158.0 160

नालागढ़ 125.0 106

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