ये हैं वैवाहिक जीवन को सफल बनाने के टिप्स
वैवाहिक जीवन को सफल बनाने के लिए जरूरी है कि दोनों के दिल में एक-दूसरे के लिए प्यार और विश्वास हो...
हंसने के मौके तलाशें
रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. मणिका मुखर्जी कहती हैं कि वैवाहिक जीवन को सफल बनाने के लिए जरूरी है कि पति-पत्नी दोनों हंसने के अधिक से अधिक अवसर तलाशें, जो लोग हरदम प्रसन्न रहते हैं न केवल उनकी सोच सकारात्मक होती है, बल्कि इमोशनली भी अधिक मजबूत होते हैं। इसलिए दिन में कई बार हंसने के मौके तलाशें। हंसी का कोई अवसर आने पर दिल खोलकर हंसें।
रखें प्यारा सा नाम
यह गाना तो आपने भी सुना होगा कि मैंने रखा है मोहब्बत अपने अफसाने का नाम... तुम भी कुछ अच्छा सा रख लो अपने दीवाने का नाम...। रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. मणिका कहती हैं कि वैसे बोलचाल में या सुनने में भले ही अटपटा सा लगे, लेकिन यह हकीकत है कि आपस में एक-दूसरे को पेट् नेम अर्थात छोटे और प्यारे से नाम से बुलाने पर आपस में और प्रेम बढ़ता है। यह आपकी स्मार्टनेस पर निर्भर है कि आप अपने साथी को क्या नाम देती हैं। हां, बस इस बात का जरूर ध्यान रखें कि वो नाम ऐसा हो, जिसे सुनकर उनके दिल में सुखद अहसास हो। न कि यह चिढ़ाने वाला नाम हो। अमेरिका के जर्नल आफ सोशल एंड पर्सनल रिलेशनशिप में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार जो कपल जितनी ज्यादा बार अपने साथी को पेट् नेम से बुलाते हैं, उनके बीच प्रेम उतना ही गहरा होता है।
समझदारी महत्व रखती है
रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. सारिका कहती हैं कि यह जरूरी नहीं कि शादी जितनी पुरानी होती जाएगी, पति-पत्नी में आपसी प्रेम उतना ही प्रगाढ़ होता जाएगा। वैवाहिक जीवन में समय का महत्व नहीं होता है, बल्कि महत्व होता है कि आप दोनों के बीच समझदारी कैसी है। इसलिए दोनों को एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझने की कोशिश करनी चाहिए। आपस में जितनी अधिक समझदारी होगी, प्रेम उतना ही प्रगाढ़ होगा।
पहल करना सीखें
रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. मणिका कहती हैं कि अक्सर मेरे पास आने वाले कपल एक-दूसरे की शिकायत करते हैं कि आपस में कभी बोलचाल बंद होने पर केवल एक ही साथी ने बोलने की पहल की, दूसरा साथी केवल इस बात की प्रतीक्षा करता रहा कि उसका साथी पहले बोलने की पहल करे। मैं उन्हें समझाती हूं कि वैवाहिक जीवन में दोनों समान होते हैं, इसलिए कोई भी पहले बोलने की पहल कर सकता है। पहल करने से कोई छोटा नहीं हो जाता है, बल्कि यह आपके बड़प्पन को दर्शाता है। इसलिए आपस में अगर कभी तकरार के बाद बोलचाल बंद हो जाए तो इस बात की प्रतीक्षा न करें कि आपका साथी बोलने की पहल करे। यह पहल दोनों में से कोई भी कर
सकता है।
जानें एक-दूसरे को
रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. सारिका कहती हैं कि हम किसी भी प्रोफेशन में सफल होने के लिए उसके संदर्भ में प्रशिक्षण हासिल करते हैं, लेकिन वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने का तरीका हम नहीं जानते। सबसे खास बात यह है कि हमारे यहां ऐसी कोई व्यवस्था भी नहीं है, जहां पर जाकर सफल दांपत्य के गुर सीखे जा सकें। हालांकि बदलते दौर के साथ बहुत से शहरों में मैरिज काउंसलर्स परामर्श देने लगे हैं, लेकिन यह स्थिति ऊंट के मुंह में जीरा वाली है। अक्सर लड़के-लड़कियां सुनी-सुनाई और अधकचरी जानकारी के साथ वैवाहिक जीवन में प्रवेश करते हैं, इसी का नतीजा होता है कि जरा सी बात पर उनमें मनमुटाव हो जाता है। कभी-कभी तो छोटा सा मनमुटाव आगे चलकर अलगाव का कारण बन जाता है।
हाथों में हाथ हो
मेरे हाथ में तेरा हाथ हो... सारी जन्नतें मेरे साथ हों... यह गाना तो आपने भी सुना होगा। रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. सारिका कहती हैं कि जब भी मौका मिले अपने साथी का हाथ अपने हाथ में थामें। कई शोधों से यह बात साबित हो चुकी है कि अपने साथी का हाथ अपने हाथ में लेने पर न केवल उसका स्ट्रेस लेवल कम होता है, बल्कि यह आपसी प्रेम को और बढ़ाता है। हाथों में हाथ पकड़कर पहली बार किसी पार्क में घूमना या सिनेमाहाल में अपने साथी का हाथ पकड़कर फिल्म देखना भला कभी कोई भूल सकता है।
एक-दूसरे की सराहना करें
रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. मणिका कहती हैं कि एक-दूसरे की सराहना करने से आपस में और प्रेम बढ़ता है। उदाहरण के लिए आज तुम इस साड़ी में बहुत सुंदर लग रही हो या आज तुम हर दिन से ज्यादा खूबसूरत लग रही हो...। इस प्रकार की बातें साथी के मन पर गहरा असर डालती हैं। इसलिए समय-समय पर अपने साथी की सराहना करते रहना चाहिए। इसी प्रकार से अगर पति ने आपके लिए चाय या काफी बनाई है या आपके किसी काम में मदद की है तो इसके लिए उनकी सराहना करें। यह न सोचें कि मैं तो ये काम रोज ही करती हूं।
इला शर्मा
पढ़ें- अलग-अलग खूबियों के आधार पर बॉयफ्रेंड और पति चुनाव करती हैं महिलाएं