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मेरे सपनों में एक ऐसा हसीं..

बदलते समय की मांग के अनुसार पुरुषों को स्त्रियों की बदलती चाहतों को समझने की जरूरत है। अगर आप एक परफेक्ट लाइफ पार्टनर की तलाश में हैं तो पहले खुद परफेक्ट बनिए। जी हां, आज की लड़कियां जरा डिमांडिंग हो गई हैं। पार्टनर को चूज करने के लिए उनके अपने मानक हैं।

By Edited By: Updated: Thu, 07 Nov 2013 02:44 PM (IST)
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बदलते समय की मांग के अनुसार पुरुषों को स्त्रियों की बदलती चाहतों को समझने की जरूरत है। अगर आप एक परफेक्ट लाइफ पार्टनर की तलाश में हैं तो पहले खुद परफेक्ट बनिए। जी हां, आज की लड़कियां जरा डिमांडिंग हो गई हैं। पार्टनर को चूज करने के लिए उनके अपने मानक हैं। मिल्स एंड बून्स टाइप का रोमांस उन्हें आज भी पसंद है, लेकिन अपनी शख्सीयत के साथ समझौते की कीमत पर नहीं। सखी डाल रही है आज की वेल-इन्फॉ‌र्म्ड लड़कियों के अनुसार लेटेस्ट हस्बैंड मटीरियल पर नजर।

बात सपनों के शहजादों की हो तो आजकल की कुडि़यां जरा भी कॉम्प्रोमाइज नहीं करतीं। वे जमाने लद गए जब लड़कियां ट्रे लेकर लड़के वालों के सामने आती थीं और उनके अजीबोगरीब सवालों को झेलती थीं। पास हो गई तो शादी वरना रिजेक्टेड का टैग लग जाता था। आज की लड़कियां लड़कों के मानकों पर खरी उतरने के बजाय अपने मानकों पर लड़कों को परखती हैं। अब बॉल लड़कियों के कोर्ट में होती है। हमारे समाज में आए इस बदलाव की वजह है लड़कियों को मिल रहा इंटरनेशनल एक्सपोजर। शादी करके जीवन भर समझौता करने के बजाय आज की लड़की अपनी पसंद से शादी करके जीवन भर खुश और सेटल्ड रहने में यकीन रखती है।

हैदराबाद के एक बीपीओ फर्म की मैनेजर रितिका शादी करना चाहती हैं, लेकिन अपना लाइफ पार्टनर चुनने के लिए उन्होंने कुछ मानक भी बना रखे हैं। रितिका को मिल्स एंड बून्स किस्म के टॉल, डॉर्क एंड कनवेंशनली हैंडसम लड़कों में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्हें चाहिए एक ऐसा लड़का जो उनके जीवन में पॉजिटिव वाइब्स लेकर आए। वह कहती हैं, 'मुझे एक डाउन टु अर्थ लड़के की तलाश है। जो मेरा पति नहीं, बल्कि दोस्त बनकर साथ निभाए। उसका सेंस ऑफ ह्यूमर बेहतरीन और सोच सिंपल होनी चाहिए।'

आज की लड़कियों के गले टिपिकल डॉमिनेटिंग हस्बैंड का कॉन्सेप्ट नहीं उतरता। उन्हें चाहिए ऐसा इंसान जो घर के हर निर्णय में उनकी राय को अहमियत दे। इंदौर के एक एनजीओ में काम कर रही सुहान अपने पार्टनर में मेल शॉविनिज्म एटीट्यूड एकदम नहीं चाहतीं। सुहान कहती हैं, 'मैंने पुरुषों के डॉमिनेटिंग एटीट्यूड को बहुत करीब से देखा है। मैंने अपनी मां को बहुत सहते हुए देखा है। मैं अपने लिए वैसा जीवन नहीं चाहती थी। इसलिए मैंने पढ़ाई की और करियर बनाने के लिए मेहनत की। मैं एक ऐसा पार्टनर चाहती हूं जो जीवन की हर बुराई के लिए मुझे गुनहगार ठहराने के बजाय मेरे साथ मेरे सपोर्ट में खड़ा हो। जो मेरी सफलता के लिए उतना ही एक्साइटेड हो जितना कि मैं हूं।'

दिल्ली की एक पब्लिक रिलेशंस कंपनी में काम कर रही कार्तिका अपने पार्टनर में स्त्रियों के प्रति सम्मानजनक रवैया प्रेफर करेंगी। कार्तिका कहती हैं, 'ज्यादातर पुरुष आज भी लड़कियों की तरक्की पसंद नहीं करते। मैं अपने लिए एक सैडिस्ट हस्बैंड नहीं चाहती। उसमें इतनी कैलिबर होनी चाहिए कि वह तरक्की कर सके और इतनी सकारात्मकता हो कि मेरी तरक्की पचा सके।'

स्त्रियों की चाहत समझने के लिए मेल गिबसन को एक लड़की का रूप धरने की जरूरत पड़ी थी। अगर आप भी आज की लड़की की बदलती हसरतों को समझना चाहते हैं तो जरा उनके स्तर पर आइए। बात बन जाएगी।

सर्वे के अनुसार..

जीवनसाथी डॉट कॉम

डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट जीवनसाथी डॉट कॉम पर बने प्रोफाइल्स के आधार पर देखें तो आजकल की लड़कियों की शादी के मामले में पसंद कुछ समय पहले से एकदम अलग हो चुकी है। इस मैट्रिमोनियल पोर्टल के डेटा पर नजर डालें। लड़कियों की पसंद कुछ ऐसी है-

1. प्रोफेशनल्स हैं पहली पसंद- प्रोफेशनल लड़कों को मिल रहे हेवी पैकेजेज उन्हें शादी के लिए मोस्ट एलिजिबल कैटिगरी में डालते हैं। आंकड़ों की मानें तो प्रोफेशनली क्वालिफाइड लड़कों को एक आम शख्स के मुकाबले 40 प्रतिशत ज्यादा रिस्पांस मिलते हैं। लड़कियों के एजुकेशन लेवल में आ रही दिनोदिन तरक्की और बदलती वरीयताएं इस ट्रेंड की मुख्य वजह है। लड़कियां खुद बेस्ट क्वालिफिकेशंस हासिल कर रही हैं, इसलिए वे अपने पार्टनर्स के एजुकेशन लेवल पर समझौता नहीं करतीं। साथ ही लड़कियां अब पहले के मुकाबले ज्यादा करियर कॉन्शस हो गई हैं। उन्हें अपने करियर में समझौता न करना पड़े, इसलिए भी वे प्रोफेशनली क्वालिफाइड लड़कों को तरजीह देती हैं। यह माना जाता है कि अगर लड़का खुद एक मुकाम पर पहुंचा है तो उसे दूसरे के करियर का महत्व पता होगा।

2. बड़े शहरों के प्रति आकर्षण- मेट्रो सिटीज के लिए लड़कियों का स्ट्रॉन्ग बायस होता है। किसी छोटे शहर में रहने वाले लड़के के मुकाबले मेट्रो या मिनी मेट्रो में रहने वाले लड़के को 30 प्रतिशत ज्यादा रिस्पांस मिलते हैं। वजह साफ है- लड़कियां बेहतर जीवन के लिए बड़े शहरों का रुख करना चाहती हैं। बड़े शहरों में न केवल लड़कियों को बेहतर लाइफस्टाइल के मौके मिलते हैं, बल्कि उनके करियर के लिए भी बेहतर अवसर होते हैं।

3. प्रेजेंटेबल होना है जरूरी- लड़का चाहे जितना भी टैलेंटेड हो, अगर वह प्रेजेंटेबल नहीं है तो उसकी मार्केट जरा डाउन ही रहती है। लड़कियों का रुझान यही दर्शाता है। हालांकि यह मानक कुछ-कुछ नौकरी के इंटरव्यू की ही तरह है, लेकिन आज की लड़कियां पर्सनालिटी फैक्टर को बहुत इंपॉर्टेस देती हैं।

एक्स्ट्रा क्वालिटीज जरूरी..

1. रोमांस में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। मौका कोई भी हो, लड़की की पर्सनैलिटी और पसंद के अनुसार गिफ्ट दीजिए तो इंप्रेस करने में आसानी होगी। हां, पब्लिक डिस्प्ले ऑफ अफेक्शन के मामले में पहले से पसंद-नापसंद जान लीजिए, तभी अटेंप्ट कीजिएगा।

2. पुराने किस्म के विचारों से तौबा कीजिए और जरा आधुनिक सोच अपनाइए। खासकर पुरुष और स्त्री की बराबरी के मामलों में। अपनी पार्टनर की क्षमताओं और अधिकारों को कमतर आंकने की गुस्ताखी करने से बचें।

3. घर के कामों में हाथ बंटाने की आदत डालें। अपनी पार्टनर की मदद के लिए अपने शरीर को कष्ट देना अच्छे रिश्ते का आधार बन सकता है।

4. इंटेलिजेंस बेहद जरूरी है। आज की लड़कियां अपने पार्टनर में एजुकेशन के साथ-साथ अवेयरनेस का लेवल भी चेक करती हैं। इसलिए अपडेट रहें।

5. धर्म हो या राजनीति, कट्टरपंथी विचारधारा आज की लड़कियों के गले नहीं उतरती। धार्मिक होने से ज्यादा आध्यात्मिक विचारधारा पर जोर दिया जा रहा है।

जागरण सखी

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