8 खुशी के फव्वारे
जिंदगी की समस्याओं को भूलकर अगर आप भी इन टिप्स को मानेंगे तो आपकी जिंदगी भी खुशियों से भर जाएगी।
By Babita kashyapEdited By: Updated: Mon, 30 May 2016 11:20 AM (IST)
1. अगर आपका ध्यान हर समय समस्याओं की ओर ही लगा रहता है तो कुछ समय के लिए समस्याओं को अलग हटाकर रख दें। इसके साथ ही भविष्य की योजनाओं के बारे में सोचें और इस पर ध्यान दें कि आप अपने सपनों को हकीकत में कैसे बदल सकती हैं।
2. महत्वाकांक्षी होना अच्छी बात है, लेकिन अति महत्वाकांक्षी होना उतना ही बुरा है। अपने मन में इतनी महत्वाकांक्षा न पालें कि अगर वे पूरी न हो पाएं तो आपको तकलीफ हो। 3. अगर आपको हर समय उदासी घेरे रहती है तो इसे दूर करने के लिए मनपसंद किताबें पढ़ें और मनपसंद संगीत सुनें। हां, जिस काम को करने में आपको आनंद न आ रहा हो तो उसे छोड़ दें।
4. यह तो आपको भी पता ही होगा कि अपनी जिंदगी को अच्छी या खराब दिशा में मोडऩा आपके ही हाथ में होता है। कारण, जैसी आपकी सोच होगी, वैसा ही वातावरण आपके आसपास रहेगा।5. लोगों से बहुत ज्यादा आशाएं और अपेक्षाएं न पालें। कारण, इनके पूरा न हो पाने पर आपको बहुत दुख होता है। यह उम्मीद करना बेमानी है किरातों-रात कोई चमत्कार हो सकता है, जो आपकी जिंदगी को बदल देगा।
6. हमेशा यथार्थ में जीने की कोशिश करें। कहीं आप बिना सोचे-समझे तो नहीं बोलने लगती हैं। यदि ऐसा है तो अगली बार बोलने से पहले सौ बार सोचें जरूर। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि यदि आप पहले बोलती हैं और बाद में सोचती हैं तो ऐसा करना आपके लिए पीड़ादायक हो सकता है। इसलिए अगली बार कुछ भी बोलने से पहले सौ बार सोचें जरूर।7. मुश्किल, नामुमकिन, यह नहीं हो सकता है... जैसे शब्दों को अपनी डिक्शनरी से हमेशा के लिए हटा दें। याद रखिए कोई भी समस्या ऐसी नहीं होती है जिसका कोई न कोई हल न निकले। अपनी सोच को सकारात्मक रखें और जिंदगी को सहजता के साथ जीने की कोशिश करें।8. जिस प्रकार से सफलता की आप जिम्मेदारी आप अपने पर लेती हैं, उसी प्रकार से असफलता की जिम्मेदारी लेना भी सीखें। ऐसा न हो कि सफलता की जिम्मेदारी तो अपने सिर लें, जबकि असफलता की जिम्मेदारी को घर के अन्य सदस्यों या सहयोगियों पर डाल दें।इला शर्मा