अगर करियर में चाहिए सफलता, तो आज ही अपनाएं इन तरीकों को
पिछले कुछ सालों से कुछ विशेषज्ञों ने यह सिद्ध किया है कि अभ्यास और ट्रेनिंग से आपके व्यक्तित्व को बदला जा सकता है।
अभी तक यह माना जाता था कि व्यक्तित्व जन्मजात होता है और वह बदला नहीं जा सकता है। लेकन पिछले कुछ सालों में विशेषज्ञों ने यह सिद्ध किया है कि अभ्यास और ट्रेनिंग के जरिए व्यक्तित्व को बदला जा सकता है। इसके लिए आपको कठिन परिश्रम करना होगा और समर्पण के साथ प्रयास करने होंगे। तभी आप अपने व्यक्तित्व में ऐसे परिवर्तन ला पाएंगे जिनके सहारे आप एकेडमिक और व्यवसायिक सफलता हासिल पाएंगे। आइए जानते हैं उनके बारे में......
आत्म विश्वासव्यक्तित्व आपकी संपूर्णता का ही एक हिस्सा है, इसलिए यह जरूरी है कि आप जिस दिशा में सोच रहे हैं, विश्वास कर रहे हैं और काम कर रहे हैं उसमें दृढ़ता दिखाएं। यह दूसरों के लिए नहीं, स्वयं अपने लिए जरूरी है। फिर यह भी जरूरी है कि आप अपनी प्रतिभा और योग्यता पर विश्वास रखें और यह यकीन भी रखें कि आप हर उस बाधा को पार कर लेंगे जो आपके सामने आएगी।
यदि आप एक टास्क को पूरा करने में लगे हुए हैं तो आप फिर से ड्राइंग बोर्ड की तरफ लौटें। अपनी योजना का एक प्लान बनाएं और उसमें आने वाले सभी सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर पूरी तरह से विचार करें।
खुद को पहचानेंअक्सर यह बताया जाता है कि हरेक व्यक्ति अपने आप में विशिष्ट है और इसलिए दुनिया में उसके जैसा कोई और हो ही नहीं सकता है। हालांकि यह हमें बहुत ही घिसा-पिटा लगता है लेकिन यह सही है। इसका संबंध हमारेविशिष्ट स्वभाव, राय या व्यवहार से है जो हमें दूसरों की नजर में इंट्रेस्टिंग बनाता है, और यही हमारे व्यक्तित्व का सबसे जरूरी हिस्सा भी होता है।
अत: जरूरी है कि किसी की तरह होने की बजाए खुद को पहचानें। ज्यादातर मामलों में, सफलता पाने के लिए लोग दूसरों के विचारों और व्यवहारों की नकल करते हैं। जबकि ऐसी चीजें थोड़े समय के लिए लाभकारी हो सकती है, यह बाद में काम नहीं करती है। हां जरूरी यह है कि आप अपनी ताकत और कमजोरी को पहचानें और उन पर काम करें।
बॉडी लैंग्वेजआज के दौर में आपकी बॉडी लैंग्वेज आपके बारे में उससे ज्यादा कह देती है, जितना आप स्वयं कहकर या फिर अपने ज्ञान से नहीं कह सकते हैं। यहां तक कि आपके त्वरित हावभाव और आपका दिन-प्रतिदिन का व्यवहार जिसे आप उतना महत्व नहीं देते हैं लेकिन वही आपके व्यक्तित्व के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करता है।
आप कैसे बैठते हैं, कैसे बोलते, हाथ मिलाते हैं या फिर अभिवादन करते हैं, किस तरह बातचीत के दौरान आप नजरें मिलाते हैं यह सब कुछ आपके व्यक्तित्व का हिस्सा है। इसलिए जरूरी है कि आप इसका अच्छे से अभ्यास करें।
शिष्ट व विनम्र स्वभावआपका व्यक्तित्व आपकी आदत और व्यवहार के पैटर्न से भी परिभाषित होता है। और यही आपके रोजमर्रा के जीवन का स्वाभाविक हिस्सा है। इसलिए आपका स्वभाव ऐसा होना चाहिए कि वह दूसरों पर गहरा प्रभाव डालें।शिष्ट-शालीन और विनम्रता के साथ सहज व्यवहार अब भी फैशन से बाहर नहीं हुआ है। उल्टा, ये सारी चीजें आपके व्यक्तित्व में गिनी जाएंगी।
नए लोगों से मिलेंयह सही है कि आप जितने नए लोगों से मिलेंगे आपके व्यक्तित्व का उतना विस्तार होगा। इसके लिए जरूरी है कि आप ज्यादा से ज्यादा नए लोगों से मिलें। यह आपके आत्मविश्वास और योग्यता पर विश्वास के लिए भी जरूरी है।
नए लोगों से मिलकर हमेशा ही आपको अपनी ताकत और अपनी कमजोरियों के बारे में सही-सही जानकारी देता है। साथ ही यह आपको नई चीजों से भी परिचित करवाता है। सकारात्मक दृष्टिकोणक्या आप कभी किसी ऐसे आदमी से मिलें हैं जो आपको नकारात्मक लगा हो? यदि हां तो क्या आप इस तरह से इंसान से फिर से मिलना चाहेंगे? जवाब बहुत स्वाभाविक होगा 'नहीं।" अब इसे स्वयं पर लागू करें। यदि आप नकारात्मक हैं तो याद रखें कि आपसे कोई नहीं मिलना चाहेगा। हमेशा लोग अपने आसपास हंसते-मुस्कुराते और सकारात्मक लोगों को ही पसंद करते हैं।
ऐसे लोगों को जिनका जीवन के प्रति नजरिया एकदम खुशमिजाज हो, जिनके आसपास होने से ही सकारात्मक ऊर्जा का अहसास होने लगे। तो क्यों न आप भी खुद को ऐसा ही बनाएं। पढ़ें- सब्जियों में कीटनाशकों का प्रयोग इस तरह करता है आपकी सेहत को प्रभावित पढ़ें- कच्चे अंडे के फायदे जान हैरान रह जाएंगे आप