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    Eid 2025: श्रीनगर के ऐतिहासिक ईदगाह में इस बार नहीं होगी ईद की नमाज, जानिए वक्फ बोर्ड ने क्यों लिया यह फैसला?

    श्रीनगर के ऐतिहासिक ईदगाह में इस साल निर्माण कार्य के चलते ईद की नमाज नहीं होगी। वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. दरक्षां अंद्राबी ने इसकी घोषणा की है। हजरतबल दरगाह और जम्मू-कश्मीर के अन्य दरगाहों मस्जिदों में सामूहिक नमाज के लिए व्यवस्था की गई है। सबसे बड़ी जमात हजरतबल दरगाह में होगी। ईद के अवसर पर सभी को बधाई दी है।

    By rohit jandiyal Edited By: Sushil Kumar Updated: Sun, 30 Mar 2025 07:48 PM (IST)
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    Eid 2025: श्रीनगर के ऐतिहासिक ईदगाह में अदा नहीं होगी ईद की नमाज।

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. दरक्षां अंद्राबी ने घोषणा की है कि निर्माण कार्य के चलते इस साल श्रीनगर के ऐतिहासिक ईदगाह में ईद की नमाज नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हजरतबल दरगाह और जम्मू-कश्मीर के अन्य दरगाहों, मस्जिदों में सामूहिक नमाज के लिए व्यवस्था की गई है।

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    उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी जमात हजरतबल दरगाह में होगी। वक्फ बोर्ड ने संबंधित विभागों के साथ समन्वय करके सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं। श्रीनगर में ईदगाह पारंपरिक रूप से बड़ी ईद सभाओं के लिए एक केंद्रीय स्थल रहा है।

    प्रशासन के अधिकारियों के साथ वक्फ बोर्ड ने की बैठक

    हालांकि, हाल के वर्षों में ये सभाएं सुरक्षा चिंताओं और प्रतिकूल मौसम की स्थिति से प्रभावित हुई हैं। इससे पहले डॉ. अंद्राबी ने ईद-उल-फितर की तैयारियों की समीक्षा के लिए प्रशासन के प्रतिनिधियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

    बैठक में मस्जिदों में व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। डॉ. अंद्राबी ने वक्फ बोर्ड प्रबंधन को सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया है।

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    इस ईद पर सभी के चेहरे पर मुस्कान आए- तारिक

    वहीं, जम्मू प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान तारिक हमीद करा ने ईद उल फितर के शुभ अवसर पर लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दी है और उनके सुख-समृद्धि की कामना की है। तारिक हमीद करा ने कहा कि ईद उल फितर एक अनोखा और बहुत पवित्र अवसर है, जो रमजान के पवित्र महीने के अंत में मनाया जाता है।

    यह (ईद उल फितर) उन लोगों के लिए एक बड़ा इनाम है जो पूरे महीने रोजा रखते हैं और पवित्र महीने के दौरान खुदा से माफी और दया मांगते हैं। इस पवित्र अवसर पर मैं प्रार्थना करता हूं और आशा करता हूं कि यह ईद जम्मू-कश्मीर में शांति, समृद्धि और स्थिरता का एक युग लाएगा और लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाएगा।

    बता दें कि इस बर ईद सोमवार (31 मार्च) को मनाया जाएगा। ईद के लिए मुस्लिम परिवार के लोगों ने तैयारी शुरू कर दी है। कल धूमधाम से ईद मनाएंगे। सभी से गले मिलकर गिले-शिकवे दूर करेंगे। 

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