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Bihar Police के महिला दारोगा के अपहृत बेटे का 36 दिन बाद मिला शव, 17 मार्च को JPSC की परीक्षा देने आया था बोकारो

बिहार पुलिस के महिला दारोगा के अपहृत बेटे का शव मंगलवार को बरामद किया गया। बोकारो में आरपीएफ बैरक के पास रेलवे लाइन किनारे नाली में शव पड़ा मिला। मृतक की पहचान 29 वर्षीय सन्नी रंजन घोषाल के रूप में हुई जो 17 मार्च को जेपीएससी की परीक्षा देने बोकारो आया था। इधर बिहार के कई जगहों पर अपहृत की तलाश में पुलिस गई लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।

By sushil jha Edited By: Arijita Sen Published: Wed, 24 Apr 2024 01:12 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2024 01:12 PM (IST)
बिहार पुलिस के महिला दारोगा के अपहृत पुत्र का 36 दिन बाद मिला शव

जागरण संवाददाता, बोकारो। मंगलवार को 36 दिनों से लापता महिला दारोगा राखी घोषाल के लापता पुत्र सन्नी रंजन घोषाल का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है। बुरी तरह से क्षतविक्षत शव आरपीएफ बैरक के पास रेलवे लाइन किनारे नाली में पड़ा मिला है।

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पुलिस ने की शव की शिनाख्‍त

नाली में शव पड़े होने की सूचना तब लगी जब रेलवे लाइन के किनारे के झाड़ी को काटने का काम चल रहा था।

आरपीएफ इंस्पेक्टर राज कुमार साव ने बताया कि रेलवे लाइन किनारे झाड़ियों की कटाई हो रही थी तो यहां पर शव दिखा। मौके पर मृतक की जेब से मिले कागजातों के आधार पर शव की पुलिस ने शिनाख्त की।

एटीएम व पैन कार्ड से लेकर अन्य कागजात व मोबाइल मौके पर मिला। पुलिस ने पहले गुमशुदगी तो बाद में अपहरण की प्राथमिकी कर जांच शुरू की थी।

राजकीय रेल थाना की पुलिस के लगातार प्रयास के बाद भी इस मामले में कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका था। ऐसी संभावना है कि वह रेलवे स्टेशन के बजाय गलती से दूसरे रास्ते में चल दिया और फिसलकर उपर से नीचे जा गिरा होगा।

जेपीएससी की परीक्षा देने आया था युवक

महिला दारोगा ने बताया था वह मूल रूप से बिहार में भागलपुर के केलापुर कजरेली की रहने वाली हैं। मधुबनी के कलुआही थाना में अभी तैनात हैं। उनका 29 वर्षीय पुत्र सन्नी रंजन घोषाल 17 मार्च को जेपीएससी की परीक्षा देने बोकारो के पेटरवार में आया था। वह परीक्षा देकर अपने दोस्त को छोड़ने बोकारो रेलवे स्टेशन आया।

दोस्त को ट्रेन में बैठाकर वह स्टेशन से बाहर निकला और गायब हो गया। इसके पहले वह अपने दोस्त के मोबाइल से ही उन्हें फोन कर बताया था कि वह घर लौट रहा है। वह नहीं आया तो उसे फोन किया गया।

उसका मोबाइल स्वीच ऑफ था। महिला दारोगा ने बताया कि इसके बाद वह बोकारो आ गईं और बेटे को खोजने लगी। पहले वह बालीडीह थाना गईं। यहां उन्हें सहयोग नहीं मिला।

कहा गया कि मामला जीआरपी का है। ऐसे में वह उनलोगों को न परेशान करें। वह जीआरपी थाना आईं। यहां पर गुमशुदगी की रिपोर्ट वह दर्ज कराईं।

बेटे के बारे में जानकारी नहीं मिली तो वह 24 मार्च को अज्ञात के खिलाफ अपहरण के आरोप की प्राथमिकी कराई। थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर चुकी है।

बिहार तक अपहृत को खोजने गई थी रेल थाना पुलिस

अपहरण की प्राथमिकी करने के बाद जिले के कोने से लेकर बिहार के कई जगहों पर अपहृत की तलाश में राजकीय रेल पुलिस गई लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका।

चूंकि स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे में वह स्टेशन पर आते दिखा और फिर बाहर निकल गया। शव स्टेशन से आधा किलोमीटर दूर आरपीएफ बैरक से काफी नजदीक रेल लाइन किनारे गड्ढे में मिला। शव की स्थिति देखकर यह कयास लगाया जा रहा है कि बीते माह ही युवक की मौत हुई होगी।

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