अब ट्रेनों से नहीं टकराएंगे चट्टान
30 डीएचई 37 - ग्रैंड कॉर्ड पर सुरक्षित परिचालन को खर्च होंगे तीन करोड़ जागरण संवाददाता, धनबाद : ह
30 डीएचई 37
- ग्रैंड कॉर्ड पर सुरक्षित परिचालन को खर्च होंगे तीन करोड़
जागरण संवाददाता, धनबाद : हावड़ा-नई दिल्ली रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन अब और सुरक्षित होगा। खासकर बारिश के दिनों में पहाड़ी से खिसक कर गिरने वाले चट्टान ट्रेनों से नहीं टकराएंगे। मानसून से पहले रेलवे ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन को सुरक्षित परिचालन के लिए तैयार कर लेगा। इस योजना के लगभग तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे।
धनबाद रेल मंडल का घाट सेक्शन पहाड़ियों से घिरा है। बारिश के दिनों में पहाड़ियों से चट्टान खिसकने की घटनाएं आम हैं। चट्टान खिसक कर रेलवे टै्रक पर गिर जाते हैं या कभी-कभी ट्रेन से टकरा जाते हैं। इससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती ही है, साथ ही परिचालन भी प्रभावित होता है। मामले को गंभीरता से लेते हुए धनबाद मंडल ने मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा था, जिसकी मंजूरी मिलने के साथ ही योजना को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू कर दी गई है।
ऐसे होगा सुरक्षित
- टै्रक से सटे पहाड़ीनुमा ढलान को सीढ़ीनुमा दिया जाएगा आकार
- टै्रक से कुछ दूर पर स्थित पहाड़ी के नीचे रिटेनिंग वॉल का निर्माण कराया जाएगा, जिससे चट्टान खिसके भी, तो टै्रक तक नहीं पहुंच सकेंगे।
- बारिश के पानी की निकासी के लिए वैकल्पिक बंदोबस्त किये जाएंगे।