प्रशासनिक शिविर का लाभ उठाये किसान भाई : विद्युत
By Edited By: Updated: Sat, 22 Sep 2012 01:46 AM (IST)
संवाद सूत्र, चाकुलिया : प्रखंड के कुचियाशोली पंचायत अंतर्गत रसपाल गांव में शुक्रवार को प्रशासनिक शिविर सह किसान मेला का आयोजन किया गया। इसमें जिला के विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने कृषि व पशुपालन के जरिए ग्रामीण जीवन को उन्नत बनाने के तौर-तरीके बताए।
इस दौरान विभिन्न योजनाओं के सैकड़ों लाभुकों को चेक तथा बेहतर उत्पाद प्रदर्शित करने वाले किसानों को पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक विद्युत वरण महतो तथा विशिष्ट अतिथि डीडीसी ददन चौबे व प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी राजेश्वरी ने दीप प्रज्जवलित कर किया। मौके पर विद्युत महतो ने कहा कि सरकार किसानों व ग्रामीण जनता के हित में कई योजनाएं चला रही है। लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इनका फायदा नहीं ले पाते है। ग्रामीण इलाके में शिविर लगाने के पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि किसान भाई योजनाओं को जाने तथा इसका अधिकाधिक लाभ उठायें। डीडीसी ददन चौबे ने कहा कि जिले के कुल 231 पंचायतों में से 20 पंचायत में शिविर लगाया जा चुका है। यह 21वां शिविर है। इसके जरिए किसानों को नई तकनीक, सरकारी छूट व प्रोत्साहन के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। उनके सवालों के जवाब भी दिए जाते हैं। कृषि वैज्ञानिक व पदाधिकारी खेती से संबंधित नवीनतम जानकारियां उपलब्ध कराते हैं। शिविर के दौरान मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना के तहत चयनित 108 लाभुक, फसल बीमा के 46 लाभुक तथा केसीसी के 207 लाभुकों को चेक वितरित किया गया। कार्यक्रम में जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ.भारतेन्दु प्रसाद, जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार गुप्ता, मत्स्य पदाधिकारी, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, गव्य विकास पदाधिकारी, उद्यान पदाधिकारी, घाटशिला एसडीओ संदीप बक्सी, स्थानीय बीडीओ रामवृक्ष महतो, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अजय कुमार समेत तमाम वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। .. आधुनिक तकनीक करें खेती : गुप्ता
प्रशासनिक शिविर सह किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि पारंपरिक तरीके से केवल धान की खेती से तरक्की संभव नहीं है। किसान नई तकनीक का प्रयोग कर श्री विधि से धान की खेती करें। इससे कम खर्च पर अधिक लाभ होगा। उन्होंने बताया कि चाकुलिया प्रखंड में कुल 20-22 हजार हेक्टेयर भूमि पर खेती होती है। इसमें मात्र 1000-1200 हेक्टेयर पर ही किसान श्री विधि से धान लगाते हैं। भालकापहाड़ी के किसानों ने इस विधि का बेहतर प्रयोग कर पैदावार बढ़ायी है। इस पर सरकार 400 रुपये प्रति एकड़ अनुदान भी किसान को देती हैं। गुप्ता ने गेहूं की खेती के लिए एसडब्लूआई विधि का प्रयोग करने की सलाह दी। साथ ही कंद फल लगाने पर भी बल दिया।
..... पशुओं का टीकाकरण जरूरी : डॉ. प्रसाद शिविर में जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. भारतेन्दु प्रसाद ने कहा कि कृषि के साथ-साथ पशुपालन भी बेहद उपयोगी है। पशुपालक अपने पशुओं का निर्धारित समय पर टीकाकरण जरूर करायें। इससे पशुओं को अनेक रोगों से बचाव संभव होगा। उन्होंने गोपालन, बकरी, भेड़, सूअर आदि पशुओं के पालन के तौर-तरीके एवं फायदे बताए। स्थानीय पशु चिकित्सालय से नियमित संपर्क में रहने की सलाह दी। .... श्री विधि के प्रयोग से हुआ लाभ : सारती शिविर में अपना अनुभव बताते हुए महिला किसान सारती हांसदा ने कहा कि श्री विधि से धान की खेती करने पर उन्हें काफी फायदा हुआ। अपने गांव लुआग्राम में सारती ने श्री विधि से धान लगाया तो कम बीज में अधिक पैदावार मिला। उन्होंने दूसरे किसानों को भी यही विधि अपनाने की सलाह दी। मुटुरखाम के किसान गोपाल पातर व कौशिक महतो ने भी नई तकनीक से खेती को फायदेमंद बताया। मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
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