Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

कम छात्र वाले विद्यालयों का दूसरे स्कूलों में करें विलय

-शिक्षा सचिव ने 48 घंटे के अंदर प्रारंभिक रिपोर्ट जमा करने का दिया निर्देश जागरण संवाददाता,

By Edited By: Updated: Tue, 21 Jun 2016 03:01 AM (IST)
Hero Image

-शिक्षा सचिव ने 48 घंटे के अंदर प्रारंभिक रिपोर्ट जमा करने का दिया निर्देश

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कम छात्र वाले विद्यालयों का जल्द से जल्द दूसरे स्कूलों में विलय कर दें और इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट 48 घंटे के अंदर दें। यह निर्देश शिक्षा सचिव आराधना पटनायक ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग में जिला शिक्षा पदाधिकारियों व जिला शिक्षा अधीक्षकों को दिया। शिक्षा सचिव ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रारंभिक चरण में 20 से कम छात्र वाले स्कूलों को बंद कर दिया जाये लेकिन इसमें दूरी व प्राकृतिक कारणों का ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक, मध्य एवं उच्च विद्यालयों के छात्रों का आधार कार्ड का बैंक से लिंक हर हाल में 30 जून तक कर दें। इसके बाद किसी तरह की कोई बहानेबाजी नहीं चलेगी। जिन स्कूलों में यह कार्य नहीं हुआ है, वे इसे तत्काल पूर्ण कर लें। शिक्षा योजनाओं से सारी सरकारी राशि बच्चों के खाते में जानी है, इस कारण यह कार्य काफी महत्वपूर्ण है। इसके अलावा सभी कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे को लगाने के लिए 30 जून तक का समय दिया गया। इस दौरान शिक्षा सचिव ने हाईस्कूलों में बायोमैट्रिक्स की भी जानकारी प्राप्त की।

मर्ज ने बढ़ाया दर्द: कम छात्र वाले विद्यालयों को दूसरे स्कूलों में विलय या बंद करने के मामले में शिक्षा विभाग का दर्द बढ़ गया है। इसमें दूरी से लेकर आरटीई के प्रावधानों का भी ख्याल रखना पड़ रहा है। आरटीई के प्रावधान के अनुसार प्रत्येक एक किलोमीटर पर एक प्राथमिक विद्यालय हर हाल में होना चाहिए। पूर्वी सिंहभूम में ऐसे भी कई सरकारी विद्यालय हैं जहां बच्चों की संख्या तीन से लेकर 15 तक है। उन सभी सरकारी प्राथमिक विद्यालयों को भी दूसरे प्राथमिक या मध्य विद्यालयों में मर्ज कर दिया जायेगा। इसकी सूची शिक्षा विभाग द्वारा बनायी जा रही है। प्रारंभिक चरण में ऐसे विद्यालयों को चयन किया जा रहा है, जहां विद्यालयों में छात्र संख्या काफी कम है या फिर तीन-चार साल से छात्र संख्या शून्य है। इन स्कूलों से समायोजन करने वाले विद्यालय की दूरी एक किलोमीटर के अंदर हो। दूसरे चरण में डेढ किलोमीटर की दूरी पर विचार किया जायेगा। स्कूलों की सूची तैयार करने के लिए शिक्षा विभाग के सारे अधिकारी लगे हुए हैं।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें