आधार-राशन कार्ड के चक्कर में 'भूख' से तड़पकर मर गई बच्ची
11 साल की लड़की सिर्फ इसलिए भूख से मर गई, क्योंकि उसका परिवार राशन कार्ड को आधार से लिंक नहीं करा पाया।
By Sachin MishraEdited By: Updated: Tue, 17 Oct 2017 04:43 PM (IST)
सिमडेगा, जेएनएन। झारखंड के सिमडेगा जिले में 11 साल की लड़की सिर्फ इसलिए भूख से तड़प-तड़प कर मर गई, क्योंकि उसका परिवार राशन कार्ड को आधार से लिंक नहीं करा पाया। संतोषी कुमारी नाम की इस लड़की ने आठ दिन से खाना नहीं खाया था, जिसके चलते बीते 28 सितंबर को भूख से उसकी मौत हो गई।
खाद्य सुरक्षा को लेकर काम करने वाली संस्था के सदस्यों ने रविवार को इस घटना का खुलासा किया है। संस्था की मानें तो करीमती गांव की संतोषी कुमारी की मौत पिछले महीने 28 तारीख को इसलिए हो गई, क्योंकि घर पर पिछले आठ दिन से राशन ही नहीं था।
सिमडेगा में बच्ची के निधन से व्यथित हूं । उपायुक्त को तुरंत पीड़ित परिवार से मिलने को कहा है । पीड़ित परिवार की हर संभव मदद की जाएगी ।
— Raghubar Das (@dasraghubar) October 17, 2017
मां ने सुनाई दर्दनाक दास्तांसंतोषी की मां कोईली देवी ने संस्था के सदस्यों को बताया कि आधार कार्ड लिंक नहीं होने की वजह से उन्हें फरवरी से ही पीडीएस स्कीम का सस्ता राशन नहीं मिल रहा था। इसी दौरान 27 सितंबर को संतोषी की तबीयत बिगड़ी, उसके पेट में काफी दर्द हो रहा था और भूख के मारे उसका शरीर अकड़ गया था।
हालांकि जलडेगा ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर संजय कुमार कोंगारी भूख की मौत से इंकार कर रहे हैं। उनके मुताबिक लड़की की मौत मलेरिया से हुई है। मगर वो इस बात को मान रहे हैं कि लड़की के परिवार का नाम आधार से लिंक नहीं होने की वजह से पीडीएस के लाभार्थियों की सूची से बाहर कर दिया गया था।मिड-डे मील से भरता था पेट
भूख से मरने वाली संतोषी की आर्थिक स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्कूल के मिड-डे मील से उसके दोपहर के खाने का इंतजाम होता था। मगर दुर्गा पूजा की छुट्टियां होने की वजह से स्कूल बंद था और इस वजह से उसे कई दिन भूखा रहना पड़ा। जिसकी वजह से उसकी जान चली गई।भूख से बच्ची की मौत से सीएम व्यथित, डीसी को 24 घंटे में जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश
इस बीच, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज सिमडेगा उपायुक्त से 11 वर्ष की एक बच्ची की हुई मौत के मामले में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस खबर से बहुत पीड़ा हुई है। साथ ही, सिमडेगा के उपायुक्त को 24 घंटे में स्वयं पूरे मामले की निष्पक्षता से और त्वरित जांच करते हुए रिपोर्ट सौपने के निर्देश दिया। मामले में सत्यता पाई जाती है तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।सीएम ने तत्काल पीड़ित परिवार को 50 हजार की सहायता देने का निर्देश दिया। सिमडेगा के डीसी ने बताया कि तीन सदस्यीय जांच कमिटी ने मौत की जांच की है, जिसमें यह बात सामने आई है कि बच्ची की मौत मलेरिया से हुई है। मुख्यमंत्री ने डीसी को 24 घंटे में स्वयं जांच करने का निर्देश दिया है।वहीं, राज्य के खाद्य और आपूर्ति मंत्री ने कहा कि मामले की जांच की जाएंगी। मंत्री का कहना है कि इस बात को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था कि राशन कार्ड को आधार से लिंक न करने वालों को भी राशन की सुविधा दी जाएगी।सिमडेगा में बच्ची की हुई मौत में तीन सदस्यीय समिति जांच करेगी। सीएम ने आदेश दिया।खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि जुलाई से नहीं मिल रहा था राशन। पूछा - आधार नहीं होने के कारण कितने लोगों के राशन कार्ड रद हुए। मुख्य सचिव ने आधार नहीं होने पर राशन कार्ड रद करने का आदेश दिया था।मंत्रिमंडल की बैठक में सरयू राय ने मांगी अधिकारियों से जानकारी। कहा, गलत हुआ। कैबिनेट में भी कहा कि यह गलत हुआ
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।इस बीच, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज सिमडेगा उपायुक्त से 11 वर्ष की एक बच्ची की हुई मौत के मामले में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस खबर से बहुत पीड़ा हुई है। साथ ही, सिमडेगा के उपायुक्त को 24 घंटे में स्वयं पूरे मामले की निष्पक्षता से और त्वरित जांच करते हुए रिपोर्ट सौपने के निर्देश दिया। मामले में सत्यता पाई जाती है तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।सीएम ने तत्काल पीड़ित परिवार को 50 हजार की सहायता देने का निर्देश दिया। सिमडेगा के डीसी ने बताया कि तीन सदस्यीय जांच कमिटी ने मौत की जांच की है, जिसमें यह बात सामने आई है कि बच्ची की मौत मलेरिया से हुई है। मुख्यमंत्री ने डीसी को 24 घंटे में स्वयं जांच करने का निर्देश दिया है।वहीं, राज्य के खाद्य और आपूर्ति मंत्री ने कहा कि मामले की जांच की जाएंगी। मंत्री का कहना है कि इस बात को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था कि राशन कार्ड को आधार से लिंक न करने वालों को भी राशन की सुविधा दी जाएगी।सिमडेगा में बच्ची की हुई मौत में तीन सदस्यीय समिति जांच करेगी। सीएम ने आदेश दिया।खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि जुलाई से नहीं मिल रहा था राशन। पूछा - आधार नहीं होने के कारण कितने लोगों के राशन कार्ड रद हुए। मुख्य सचिव ने आधार नहीं होने पर राशन कार्ड रद करने का आदेश दिया था।मंत्रिमंडल की बैठक में सरयू राय ने मांगी अधिकारियों से जानकारी। कहा, गलत हुआ। कैबिनेट में भी कहा कि यह गलत हुआ
Clear instructions that ration shouldn't be denied to those who haven't linked ration card with Aadhaar:Min in charge of Food&Civil Supplies pic.twitter.com/MPRTEXFheF
— ANI (@ANI) October 17, 2017
Jharkhand: Went to get rice but I was told that no ration will be given to me. My daughter died saying 'Bhat-bhat'-Koyli Devi, girl's mother pic.twitter.com/aRCIwcoSfL
— ANI (@ANI) October 17, 2017