Winter care for seniors: सर्दियों में ऐसे करें बुजुर्गों की देखभाल
Winter care for seniors सर्दियों का मौसम जब आता है तो यह अपने साथ कुछ बीमारियों और परेशानियों को भी साथ लाता है। इस मौसम में बुजुर्ग ख़ासतौर से प्रभावित होते हैं। तो आज हम यहां आपको सर्दियों में उन्हें कैसे सुरक्षित रखें इसके बारे में जानेंगे।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Wed, 18 Jan 2023 07:16 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Winter care for seniors: एपिडेमियोलॉजिकल (महामारी विज्ञान) ने सर्दियों को लेकर कई अध्ययन किए हैं। जिसके अनुसार पता चला है कि सर्दियों में वृद्ध लोगों की मौत होने की दर ज्यादा है। वृद्ध व्यक्ति ख़ास करके ऐसे वृद्ध जो 60 वर्ष से ज्यादा के हैं वे युवा व्यक्तियों की तुलना में ठंड में तापमान बनाए रखने में कम सक्षम होते हैं। ठंडे तापमान के संपर्क में आने और थर्मोरेग्यूलेशन के बिगड़ने से उनके कोर तापमान में कमी आ सकती है, हाइपोथर्मिया (35 डिग्री सेल्सियस से नीचे कोर तापमान) जैसे प्रत्यक्ष प्रभाव वृद्ध लोगों पर पड़ता है और शीत लहर, निमोनिया और इन्फ्लूएंजा जैसे अप्रत्यक्ष प्रभाव होने से वृद्ध लोग बीमार हो जाते हैं।
ठंडी का लोगों पर पड़ने वाले प्रभाव से बचने के उपाय
● कई कपड़े परत में पहने रखें। हीटिंग उपकरणों से गर्म रहने की कोशिश करें।● शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। ठंड का मौसम में अक्सर हम सभी कम्बल में घुसे रहते हैं और शारीरिक एक्सरसाइज करना छोड़ देते हैं। इस वजह से हड्डियों का नुकसान होता है। घर के अंदर आसान सी एक्सरसाइज को करके हड्डियों के नुकसान को हम रोक सकते हैं।
● हाइड्रेटेड रहें। ऐसा देखा जाता है कि ठंड के मौसम में अक्सर प्यास कम लगती है और लोग कम पानी पीने लगते हैं। बुजुर्ग लोग भी इस दौरान कम तरल पदार्थ पीते हैं। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वे पर्याप्त तरल पदार्थ पीते रहें।● पैरों में जूते मोज़े पहनें रखें यानी पैरों को ढके रहें। बुजुर्ग लोग पैरों में ऐसे चप्पल या जूतें पहनें जिससे वे न गिरे। अगर वे गिरते हैं तो उनके कूल्हे और रीढ़ में चोट लगने का खतरा हो सकता है।
● बुजुर्गों से नियमित बातचीत करते रहें। इससे वे विंटर डिप्रेशन से बचे रह सकते हैं।
● पौष्टिक खानपान का सेवन करें। स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिए विटामिन D से भरपूर डाइट लें। (उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स की इंटरनल मेडिसिन कंसल्टेंट डॉ शाहिद शफी से बातचीत पर आधारित)Pic credit- freepik