बैंकों में होगी ज्यादा हायरिंग
देश और दुनिया की तमाम कॉरपोरेट कंपनियां जहां मंदी की मार से बेहाल हैं और वे नौकरी उपलब्ध कराने की बजाय कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर रही हैं, वहीं कुछ सेक्टर ऐसे हैं जो इस दौर में भी युवाओं को जॉब देने के मामले में आगे हैं। इनमें से सबसे बड़ी भूमिका बैंकिंग सेक्टर की है। चाहे सरकारी बैंक हों या निजी क्ष्
देश और दुनिया की तमाम कॉरपोरेट कंपनियां जहां मंदी की मार से बेहाल हैं और वे नौकरी उपलब्ध कराने की बजाय कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर रही हैं, वहीं कुछ सेक्टर ऐसे हैं जो इस दौर में भी युवाओं को जॉब देने के मामले में आगे हैं। इनमें से सबसे बड़ी भूमिका बैंकिंग सेक्टर की है। चाहे सरकारी बैंक हों या निजी क्षेत्र के बैंक, अपने विस्तार और कारोबार को लगातार बढ़ाने के लिए उन्हें नये कर्मचारियों की लगातार जरूरत महसूस हो रही है। ऐसे में बैंकिंग सेक्टर में जॉब की चाहत रखने वाले युवाओं के लिए आने वाला समय चमकदार साबित हो सकता है। इसके लिए उन्हें अभी से तैयारी आरंभ कर देनी चाहिए।
बैंकिंग सेक्टर के एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस साल सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्र के बैंकों में 30 प्रतिशत से ज्यादा नियुक्तियां हो सकती हैं। इसके 80,000 से एक लाख के बीच रहने का अनुमान लगाया जा रहा है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 25 से 30 प्रतिशत अधिक होगा। बड़ी संख्या में बैंक कर्मियों के रिटायर होने और बैंकों द्वारा लगातार नई शाखाएं खोले जाने के कारण एकाउंटिंग प्रोफेशनल्स की रिक्वायरमेंट बढ़ गई है। आने वाले दिनों में सरकारी बैंकों में जहां पीओ और क्लर्क कैडर के पदों पर नियुक्तियां बढ़ेंगी, वहीं प्राइवेट बैंकों में एमबीए और एकाउंटिंग में स्किल्ड युवाओं के लिए काफी अवसर सामने आएंगे।