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अब प्रत्यारोपण के लिए उगाए जाएंगे अंग

वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिसके जरिए सुअर के शरीर में मानव अंगों को विकसित किया जा सकेगा।

By Rahul SharmaEdited By: Updated: Tue, 07 Jun 2016 03:52 PM (IST)
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किसी बीमारी या दुर्घटना की स्थिति में सही समय पर प्रत्यारोपण के लिए अंग ना मिलने से दुनिया भर में लाखों लोग हर साल अपनी जान गंवा बैठते हैं। मानव अंगो की कमी का ही नतीजा है कि अक्सर इनकी तस्करी के मामले सामने आते हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अब इस समस्या का हल खोज निकाला है।

वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिसके जरिए सुअर के शरीर में मानव अंगों को विकसित किया जा सकेगा। ‘किस्पर’ नाम की इस तकनीक से उगाए गए अंगो को भविष्य में सुअर के शरीर से निकाल कर जरूरतमंद मरीजों में प्रत्यारोपित कर दिया जाएगा। आपकों बतां दे कि हर साल भारत में 2 लाख लोगों को स्वस्थ किडनी की जरूरत होती है। इसके अलावा हर साल 1 लाख भारतीयों को लिवर की दरकार होती है। लेकिन नए अंगो की मांग सिर्फ 2-3 % ही पूरी हो पाती है।

वैज्ञानिकों ने ऐसे खोजा इस समस्या का हल:

1. सुअर के भ्रूण के डीएनए से निकाली गई पेन्क्रियास बनाने वाले जीन।

2. इंसानी स्टेम सेल को डाला गया भ्रूण के अंदर

3. मानव- सुअर भ्रूण को दिया गया मादा सुअर में प्रत्यारोपित

4. सामान्य रूप से विकसित होता है सुअर का भ्रूण। पेन्क्रियासस की जगह लेता है इंसानी स्टेम सेल। इस प्रक्रिया के बाद विकसित होता है इंसानी पेन्क्रियास

5. पैदा होने के बाद सुअर के बच्चे को होने दिया गया पूरी तरह से विकसित। फिर प्रत्यारोपित के लिए निकाला लिया गया मानव अंग।

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