ईवीएम में खामी से मतदान में हुई देरी
कड़ाके की सर्दी और कड़ी सुरक्षा के बीच उत्तराखंड और पंजाब में शनिवार सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हो गया। पंजाब में सुबह नौ बजे तक दस प्रतिशत मतदान हो चुका था। पंजाब में मशीनों में छेड़खानी की वजह से कुछ जगह चुनाव शुरू करने में कुछ देरी हुई।
By Edited By: Updated: Mon, 30 Jan 2012 11:35 AM (IST)
चंडीगढ़/हरिद्वार। कड़ाके की सर्दी और कड़ी सुरक्षा के बीच उत्तराखंड और पंजाब में शनिवार सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हो गया। दोनों ही राज्यों में सर्दी के बावजूद लोग अपने घरों से निकल कर मतदान केंद्रों का रुख कर रहे हैं। पंजाब में सुबह नौ बजे तक दस प्रतिशत मतदान हो चुका था। पंजाब में मशीनों में छेड़खानी की वजह से कुछ जगह चुनाव शुरू करने में कुछ देरी हुई।
दोनों राज्यों में मतदान को सुचारू रूप से चलाने के लिए सुरक्षा बलों का पुख्ता इंतजाम किया गया है। वहीं संवेदनशीन और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल लगाया गया है। पंजाब में 117 सीटों के लिए मतदान शनिवार को मतदान होगा। यहां 1078 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। वहीं उत्तराखंड में 70 सीटों के लिए 788 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज ईवीएम मशीनों में कैद हो जाएगा। यहां पर 66 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पंजाब में पिछले चुनावों में 76 प्रतिशत मतदान हुआ था। पंजाब में दो जगहों से ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। मानसा में ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ के बाद जिला कलेक्टर ने मशीन को अपने कब्जे में ले लिया है। बताया जा रहा है कि इन ईवीएम मशीनों पर लगी सील हटाई जा रही थीं। सूत्रों के मुताबिक ग्यारह मशीनों के साथ इस तरह की छेड़छाड़ की गई है। यह सभी मशीन एसडीएम आफिस में रखी गई थीं। इसकी वजह से कुछ जगहों पर चुनाव शुरू कराने में कुछ विलंब हुआ।
हरिद्वार में पुलिस ने एक आदमी को 31 नकली वोटर आईकार्ड और नकली वोटिंग पर्चियों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इन वोटर कार्ड का इस्तेमाल फर्जी वोटिंग के लिए किया जाना था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इस बीच पंजाब में राज्य चुनाव आयोग के निर्देशों पर अबोहर और टाडा के डीएसपी का तबादल कर दिया गया है। विशेष सीईओ ऊषा आर शर्मा ने कहा कि टाडा के डीएसपी जसबीर सिंह रंधावा और अबोहर के डीएसपी हरजिंदर सिंह का तबादला कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि एसएचओ [लखोके] बहराम प्रदीप कुमार को फिरोजपुर भेज दिया गया है। शर्मा ने कहा कि बरामद हुए 33 करोड़ 66 लाख रुपए आयकर विभाग को सौंप दिए गए हैं। 19481 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। पंजाब में 1.76 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उत्तराखंड में हुई ताजा बर्फबारी के बाद यहां पर वोटिंग को लेकर आशंका जताई गई है। पार्टी नेताओं का मानना है कि इसका असर चुनावी परिणाम पर भी पड़ेगा। उत्तराखंड की राज्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि सभी मतदान केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्वक मतदान कार्य शुरू हुआ। राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 63 लाख 78 हजार 292 है जिसमें 32 लाख 84 हजार 345 पुरुष और 29 लाख 93 हजार 610 महिला मतदाता हैं। इनके अतिरिक्त सेना सहित विभिन्न बलों में कार्यरत एक लाख 337 मतदाता भी पंजीकृत हैं। उन्होने बताया कि सर्विस मतदाताओं को प्राक्सी तथा डाक मतपत्रों द्वारा मत देने का अधिकार दिया गया है। मतदान कार्य अपराह्न पाच बजे तक चलेगा। राज्य में आज मतदान के बाद कुल 788 उम्मीदवारों का भाग्य इलेक्ट्रानिक मशीनों में बंद हो जाएगा। रतूड़ी ने बताया कि राज्य में कुल 9744 मतदान केन्द्रों पर एक साथ मतदान कार्य शुरू हुआ। इनमें 1794 संवेदनशील तथा 1252 अति संवेदनशील मतदान केंद्र हैं जहा सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सभी मतदान केंद्रों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा मतदान के दौरान कड़ी नजर रखी जा रही है। रतूड़ी ने बताया कि किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए दो हेलीकॉप्टर तैयार हैं। पायलटों तथा उनके इंजीनियरों को 24 घटे तैयार रहने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग राज्य में निष्पक्ष तथा शातिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। राष्ट्रीय दलों में काग्रेस, भारतीय जनता पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी की ओर से सभी सीटों पर प्रत्याशी अपने भाग्य आजमा रहे हैं। राज्य में मतदाताओं द्वारा प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर, नेता प्रतिपक्ष हरक सिंह रावत के अतिरिक्त कई मंत्री, पूर्व मंत्री तथा विधायकों की किस्मत का आज फैसला किया जाएगा। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक ज्योतिस्वरूप पाडेय ने कहा कि राज्य में चुनाव के लिए सुरक्षा की दृष्टि से केंद्रीय सुरक्षा बल की 75 कंपनियों को विभिन्न क्षेत्रों में तैनात किया गया है। इसमें अर्ध सैनिक बल, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल तथा अन्य बल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश से होमगार्ड के 10 हजार तथा हिमाचल से दो हजार जवानों को भी सुरक्षा कार्य में लगाया गया है। इसके अतिरिक्त, उत्तराखंड राज्य पुलिस बल की के बीस हजार जवान भी इसमें लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखड की सशस्त्र राज्य बल पीएसी की 25 कंपनियों को संवेदनशील तथा अति संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि सुरक्षा बल की विशेष यूनिट कमांडो दस्ते, दंगा निरोधक दस्ते, बम निरोधक दस्ते सहित अन्य बलों को भी तैयार रखा गया है ताकि किसी भी आकस्मिक घटना के समय इनका उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में मतदान कार्य को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षाकर्मियों को पहले ही सड़क मार्ग से भेज दिया गया था जो अपने अपने स्थानों पर आज तैनात हैं। पाडेय ने बताया कि मतदान के दौरान असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। मतदान में किसी प्रकार की गड़बड़ी करने वाले लोगों से कड़ाई से निपटा जाएगा। वहीं पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए 19,841 मतदान केंद्रों पर सोमवार सुबह आठ बजे मतदान शुरू हो गया। कड़ाके की सर्दी होने के बाद भी लोग मतदान केंद्रों के खुलने से पहले ही वहां कतारबद्ध होकर प्रतीक्षा कर रहे थे। ग्रामीण इलाकों में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने व सुरक्षा की दृष्टि से 73,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। इस चुनाव में 1,078 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। इनमें 417 स्वतंत्र उम्मीदवार व 93 महिला उम्मीदवार शामिल है। चुनाव में 1.76 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने मत का प्रयोग करेगे। जालंधर विधानसभा के तकरीबन 14 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर नौ सीटों पर किस्मत आजमा रहे 79 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेंगे। ठंड के कारण शुरूआती दौर में लोगों की उपस्थिति मतदान केंद्रों पर बहुत कम दिखी। हालाकि, लोगों का अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्रों पर आना जारी है। जिले के 13 लाख 93 हजार से अधिक मतदाता काग्रेस, भाजपा अकाली दल, बसपा, पीपीपी सहित के उम्मीदवारों सहित कुल 79 प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला आज शाम पाच बजे तक ईवीएम में बंद करेंगे। जालंधर जिले में विधानसभा की नौ सीटों के लिए 1771 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था है। इसके लिए राज्य की पुलिस के अलावा केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है। आज यहा जिन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला मतदाता करेंगे उनमें विधानसभा उपाध्यक्ष भगत चुनीलाल, कैबिनेट मंत्री अजीत सिंह कोहाड, मुख्य संसदीय सचिव के डी भंडारी, पूर्व केंद्रीय मंत्रियों मनोरंजन कालिया, चौधरी जगजीत, चौधरी संतोष और अवतार हेनरी मुख्य हैं। जिले के करतारपुर [सु], जालंधर केंद्रीय और आदमपुर [सु] में सर्वाधिक 11-11 उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि जालंधर पश्चिम [सु], जालंधर उत्तर और जालंधर छावनी में सबसे कम सात सात प्रत्याशी हैं। फिल्लौर [सु] में नौ जबकि नकोदर और शाहकोट में आठ आठ उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर