एयर एशिया की उड़ानों में हो सकती है देरी
एयर एशिया इंडिया के एयर ऑपरेशन परमिट (एओपी) में विलंब हो सकता है। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद अब तक एयर एशिया और टाटा समूह की साझेदारी वाली इस एयरलाइन को एओपी मिल जाना चाहिए था, मगर कोर्ट में केस के कारण डीजीसीए निर्णय लेने से बच रहा है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एयर एशिया इंडिया और
नई दिल्ली, जाब्यू। एयर एशिया इंडिया के एयर ऑपरेशन परमिट (एओपी) में विलंब हो सकता है। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद अब तक एयर एशिया और टाटा समूह की साझेदारी वाली इस एयरलाइन को एओपी मिल जाना चाहिए था, मगर कोर्ट में केस के कारण डीजीसीए निर्णय लेने से बच रहा है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एयर एशिया इंडिया और टाटा-सिया एयरलाइंस को विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआइपीबी) की मंजूरी दिए जाने को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दे रखी है। केस की सुनवाई अभी चल रही है। ऐसे में विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहा है। मामले की अगली सुनवाई 23 अप्रैल को होनी है।
इस बीच एयर एशिया इंडिया ने एओपी के लिए जरूरी अंतिम औपचारिकता भी पूरी कर ली है। इसके तहत उसने भारत में एयर रूटों की जानकारी (रूट फैमिलराइजेशन) के लिए अपने विमानों की खाली उड़ानें (फेरी फ्लाइट) दिखाते हुए विमानों के आकार-प्रकार, सुरक्षा पहलुओं और मानकों की डीजीसीए से जांच करा ली है। इसके बाद कायदे से एओपी जारी हो जाना चाहिए था, मगर कोर्ट केस के कारण ही मामला लटक गया है। एओपी के आवेदन के बाद प्रक्रियाओं में लगने वाले समय के आधार पर एयर एशिया इंडिया ने मार्च के अंत में एओपी जारी होने की संभावना जताई थी।