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एयरबस ए-380 को मिलेगी भारत में उड़ने की अनुमति

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। सरकार ने दुनिया के सबसे विशाल जंबोजेट एयरबस ए-380 विमानों को भारत में उड़ान भरने की इजाजत देने का मन बना लिया है। विमानन मंत्रालय और विमानन महानिदेशालय के आला अधिकारियों की एक बैठक में इन विमानों की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भारत में लैंडिंग व टेकऑफ की अनुमति देने का फैसला किया गया।

By Edited By: Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
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नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। सरकार ने दुनिया के सबसे विशाल जंबोजेट एयरबस ए-380 विमानों को भारत में उड़ान भरने की इजाजत देने का मन बना लिया है। विमानन मंत्रालय और विमानन महानिदेशालय के आला अधिकारियों की एक बैठक में इन विमानों की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भारत में लैंडिंग व टेकऑफ की अनुमति देने का फैसला किया गया। इस फैसले पर अब केवल नागरिक विमानन मंत्री अजित सिंह की मुहर लगनी बाकी रह गई है।

इस दोमंजिला विमान में तीन दर्जो के तहत कुल 525 लोगों के बैठने की क्षमता होती है। पहले देश में इन विमानों की लैंडिंग व टेकऑफ लायक हवाई पट्टियों और अन्य बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। मगर अब दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डे इन्हें हैंडल करने की स्थिति में हैं। यही वजह है कि अब इन्हें भारत में लाने की इजाजत देने का फैसला किया गया है। मुंबई एयरपोर्ट को पहले जंबोजेट के स्वागत का मौका मिलेगा।

फिलहाल विश्व की केवल तीन एयरलाइनें एयरबस ए-380 विमानों का संचालन करती हैं। इनमें सिंगापुर एयरलाइंस, लुफ्थांसा और एमीरेट्स शामिल हैं। इन तीनों के पास कुल 56 जंबो विमान हैं। तीनों एयरलाइनें भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भरती हैं, लेकिन इन्हें एयरबस ए-380 लाने की अनुमति नहीं है। अनुमति मिलने के बाद ये भारत के लिए अपनी उड़ानों में इन विमानों का इस्तेमाल शुरू कर सकेंगी। इन विमानों से इनकी लागत में कमी आने की संभावना है।

एयरबस ए-380 का एमरजेंसी लैंडिंग

एयरबस ए-380 के बाद सबसे बड़े विमानों में बोइंग 878 का नाम आता है। इसमें 210 से लेकर 330 लोगों के बैठने की क्षमता होती है। एयर इंडिया ने जो ड्रीमलाइनर लिए हैं उसमें इकोनॉमी क्लास में 238 और बिजनेस क्लास में 18 यात्रियों समेत कुल 256 लोग बैठ सकते हैं। अधिक क्षमता के अलावा हल्का होने के कारण इस विमान को भी किफायती माना जाता है। क्षमता व किफायत को लेकर अमेरिकी कंपनी बोइंग और फ्रांसीसी कंपनी एयरबस के बीच कड़ा मुकाबला है। किफायत के कारण ही एयर इंडिया ने ड्रीमलाइनरों को चुना है और 27 विमानों का ऑर्डर दे रखा है। इनमें से 11 विमान आ चुके हैं।

दूसरी ओर, सिंगापुर एयरलाइंस, लुफ्थांसा और एमीरेट्स एयरबस ए-380 के जरिये एयर इंडिया से मुकाबला करने की सोच रही हैं। खासकर सिंगापुर एयरलाइन की इसमें सबसे ज्यादा रुचि है। वह खुद तो भारत के लिए उड़ानें भरती ही है, टाटा समूह के साथ मिलकर भारत में पूर्ण एयरलाइंस भी शुरू करने जा रही है। जहां तक एयरबस का सवाल है तो उसे अब तक 259 ए-380 विमानों के ऑर्डर मिल चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 90 विमान एमीरेट्स खरीद रही है।