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बहुद देर हो, इसके पहले ही भारत चले आओ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिग्गज अमेरिकी उद्योगपतियों व व्यवसायियों से अपील की है कि वे ज्यादा देर हो, इसके पहले ही भारत में अपने कारोबार की स्थापना व विस्तार कर लें। उन्होंने कहा कि भारत तेजी से कारोबार हितैषी देश बनता जा रहा है।

By Sachin MishraEdited By: Updated: Thu, 02 Oct 2014 01:51 AM (IST)
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वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिग्गज अमेरिकी उद्योगपतियों व व्यवसायियों से अपील की है कि वे ज्यादा देर हो, इसके पहले ही भारत में अपने कारोबार की स्थापना व विस्तार कर लें। उन्होंने कहा कि भारत तेजी से कारोबार हितैषी देश बनता जा रहा है। मोदी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के बाद यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआइबीसी) के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

मोदी ने अमेरिकी व्यवसायियों से आग्रह किया कि वे भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से हो रहे विकास व परिवर्तनों का लाभ उठाएं। दोनों देशों की समृद्धि के लिए ऐसा करना जरूरी है। साथ मिलकर हम विकास नई ऊंचाइयां छुएंगे। उन्होंने कहा कि मैं आपको मेक इन इंडिया के लिए आमंत्रित करता हूं।

लाइन लंबी हो जाएगी:

भारतीय प्रधानमंत्री ने 2009 में वाइब्रेंट गुजरात में अपने भाषण का जिक्र करते हुए बताया कि उस समय मैंने कहा था कि गुजरात आने में देरी नहीं करें। जल्द ही कतार बहुत लंबी हो सकती है और आप अपने आप को बहुत पीछे खड़ा पाएंगे। आज मैं पूरे विश्वास के साथ कह रहा हूं कि यह कतार बहुत जल्दी बहुत लंबी होने वाली है।

ये हस्तियां थीं मौजूद:

समारोह में विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी सहित भारत व अमेरिका के अनेक बड़े उद्योगपति मौजूद थे।

यूएसआइबीसी के अध्यक्ष अजय बंगा ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत विकास के नए अध्याय की ओर बढ़ रहा है। बंगा मास्टरकार्ड के सीईओ भी हैं। उन्होंने मात्र तीन माह में भारत की नई सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।

चलो निकल पड़ो:

मोदी ने कहा कि इस सवाल के जवाब के लिए समय बर्बाद करने की जरूरत नहीं है कि हम पिछड़े क्यों। हमें तो बस एक छोटा सा निर्णय लेना है-चलो, निकल पड़ो। भारत भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

द्विपक्षीय व्यापार 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य:

भारत और अमेरिका ने आपसी कारोबार को पांच गुना बढ़ाकर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को आर्थिक सहयोग बढ़ाने का संकल्प दोहराया। दोनों ने कारोबारी निवेश को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त कार्यक्रम स्थापित करने की बात कही।

दो दिन तक चली बातचीत के दौरान भारत-अमेरिका संबंधों को आर्थिक, ऊर्जा व सुरक्षा सहयोग के नजरिये से आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया गया। दोनों पक्षों ने भारत में अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी के लिए अमेरिकी निर्यात-आयात बैंक से एक अरब डॉलर का रियायती फाइनेंस मुहैया करने पर सहमति जताई।

अपनी पहली मुलाकात में दोनों नेताओं ने कारोबार को 100 अरब डॉलर से बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करने पर सहमति जताई। हालांकि इसके लिए कोई समयसीमा तय नहीं की गई। शिखर स्तरीय वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में दोनों ने कहा कि टिकाऊ, समावेशी, रोजगारपरक विकास में अमेरिकी व भारतीय कारोबारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है।

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