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राजन के खिलाफ एक शब्द नहीं कहाः जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को इस धारणा को दूर करने की कोशिश की कि उन्होंने ब्याज दर पर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन की आलोचना की। जेटली ने कहा कि उन्होंने सिर्फ देश की मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाने के संबंध में सुझाव दिए थे। रिजर्व बैंक के गवर्नर

By Manoj YadavEdited By: Updated: Tue, 30 Dec 2014 08:10 PM (IST)
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नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को इस धारणा को दूर करने की कोशिश की कि उन्होंने ब्याज दर पर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन की आलोचना की। जेटली ने कहा कि उन्होंने सिर्फ देश की मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाने के संबंध में सुझाव दिए थे। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के खिलाफ एक शब्द नहीं कहा।

वित्त मंत्री ने सोमवार के अपने भाषण पर मीडिया में आई रिपोर्टो को लेकर फेसबुक पर पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा, 'मेरे पूरे भाषण (सोमवार को मेक इन इंडिया कार्यशाला के दौरान) में रिजर्व बैंक या उसके गवर्नर के संबंध में एक शब्द भी नहीं था। रिपोर्टो में संकेत दिए गए हैं कि मैंने रिजर्व बैंक, उसके गवर्नर पर बोला है। उनके साथ मतभेद प्रकट किया।'

सोमवार को जेटली ने कहा था कि मैन्यूफैक्चरिंग की रफ्तार में सुस्ती की एक मात्र वजह ऊंची ब्याज दर रही। इस भाषण को राजन के प्रति आलोचनापूर्ण समझा गया। जेटली ने फेसबुक पोस्ट पर अपनी सफाई में स्पष्ट किया कि जिन कई वजहों का उन्होंने जिक्र किया उनमें से एक यह भी थी कि ब्याज दरों में कटौती होनी चाहिए। भारत को मैन्यूफैक्चरिंग का केंद्र बनाने के लिए मेक इन इंडिया विषय पर जो भी बोलेगा, वह निश्चित तौर पर इसका सुझाव देगा। जेटली ने पोस्ट को 'रिपोर्टिग विद एन एजेंडा' शीर्षक दिया है।

वित्त मंत्री ने कहा कि उक्त भाषण को लेकर मीडिया में छपी खबरों से उन्हें यह समझ में आया है कि प्रतिस्पर्धी पत्रकारिता की दुनिया में रिपोर्टर हमेशा खबरों के 'एंगल' की तलाश में रहते हैं, जो होते भी नहीं हैं। उनका भाषण भी तोड़-मरोड़ पर पेश किया गया है।