ऐसे पता कीजिए कितने दिनों में डबल हो जाएगा आपके निवेश का पैसा
कोई आम आदमी किस बचत स्कीम में पैसा लगाना चाहेगा यह बात दो चीजों पर निर्भर करती है। पहली, निवेश योजना पर मिलने वाला रिटर्न कितना है
कोई आम आदमी किस बचत स्कीम में पैसा लगाना चाहेगा यह बात दो चीजों पर निर्भर करती है। पहली, निवेश योजना पर मिलने वाला रिटर्न कितना है? और दूसरी, निवेश की गई राशि पर जोखिम कितना है? कम से कम जोखिम पर अधिक से अधिक रिटर्न देने वाले विकल्प ही निवेशकों की पहली पसंद होते हैं। निवेशक का उद्देश्य कम से कम समय में अपनी पूंजी को दोगुना करने का होता है। ऐसे में किसी निवेशक को यह पता होना बेहद जरूरी है कि किसी स्कीम में निवेश करके उसके पैसे कितने दिनों में दोगुने हो जाएंगे।
Jagran.com का यह आर्टिकल पढ़कर कोई भी पाठक एक मिनट से भी कम समय में यह पता कर सकता है कि किसी योजना या निवेश विकल्प में निवेश कर उसके पैसे कितने दिनों में दोगुने हो जाएंगे। यह काम रूल ऑफ 72 यानी 72 के नियम से बेहद आसान हो जाता है।पढ़े, इन छोटी गलतियों के लिए इंकम टैक्स डिपार्टमेंट लगा सकता है आप पर हजारों की पेनल्टी
क्या है रूल ऑफ 72?
1- रूल ऑफ 72 के मुताबिक यदि आपने एक निश्चित राशि निवेश की है और उस पर आपको सालाना एक तय दर से ब्याज मिलता है तो आप वह ब्याज की दर को 72 से भाग करके यह पता लगा सकते हैं कि कितने दिन में आपका पैसा डबल हो जाएगा।
2- उदाहरण के तौर पर आपने बैंक में 50,000 रुपए की एफडी करा रखी है, जिस पर आपको 8 फीसदी की दर से सलाना ब्याज मिलता है। तो नियम के मुताबिक (72/8 = 9) नौ वर्षों में आपका पैसा डबल होकर 1,00,000 हो जाएगा।
3- इसी तरह अगर आपने सेविंग अकाउंट में 10,000 रुपए जमा कर रखें हैं जिसपर आपको तय 4 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है तो आपका पैसा डबल होने में 72/4= 18 वर्ष लग जाएंगे।
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क्यों किया गया 72 के अंक का चुनाव?
72 की संख्या 1,2,3,4,6,8,9 और 12 सभी का विभाजक है। साथ ही यह ब्याज दर के हिसाब से अवधि का सटीक आकलन कर देता है और इसमें ब्याज दर के हिसाब से भी अवधि निकालने में भी आसानी रहती है।
कब होता है 72 का नियम लागू?
जब निवेशक को किसी निवेश पर चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है तब वहां पर आप रुल ऑफ 72 लागू नहीं होता है। यह नियम तभी लागू होता है जब निवेश एक निश्चित राशि का किया गया हो उस पर सालाना एक निश्चित दर से ब्याज मिलता हो। मसलन, एफडी, किसान विकास पत्र, बॉण्ड आदि में किया गया निवेश।