मलेशियाई दुर्घटना से बोइंग पर उठे सवाल, क्या करेंगी दूसरी एयरलाइंस?
मलेशियन एयरलाइंस की विमान दुर्घटना ने बी-787 ड्रीमलाइनरों की सुरक्षा को लेकर पहले से घिरी अमेरिकी कंपनी बोइंग के बी-777 विमानों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इन विमानों को अभी तक सबसे सुरक्षित माना जाता रहा है। मगर ताजा दुर्घटना ने इनके बारे में भी शंकाओं को जन्म दे दिया है।
By Edited By: Updated: Mon, 10 Mar 2014 09:20 AM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मलेशियन एयरलाइंस की विमान दुर्घटना ने बी-787 ड्रीमलाइनरों की सुरक्षा को लेकर पहले से घिरी अमेरिकी कंपनी बोइंग के बी-777 विमानों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इन विमानों को अभी तक सबसे सुरक्षित माना जाता रहा है। मगर ताजा दुर्घटना ने इनके बारे में भी शंकाओं को जन्म दे दिया है।
भारतीय एयरलाइन उद्योग इससे खास तौर पर चिंतित है क्योंकि यहां की दो प्रमुख एयरलाइनें एयर इंडिया और जेट एयरवेज इन विमानों का उपयोग कर रही हैं। दोनों एयरलाइनें बी-777 विमानों का उपयोग अमेरिका, यूरोप और एशियाई देशों की उड़ानों के लिए करती हैं। पढ़ें : 239 लोगों के साथ विमान समुद्र में समाया, पांच भारतीय भी थे सवार लंबी दूरी की उड़ानों के लिए एयर इंडिया आठ बी777-200एलआर (लांग रेंज) व एक दर्जन बी-777-300ईआर (एक्सटेंडेड रेंज) विमानों का उपयोग करती हैं। वहीं, जेट एयरवेज के पास दस बी-777-300ईआर विमान हैं, जो लंदन और हांगकांग रूटों पर उड़ते हैं। इन विमानों के बारे में अभी तक कोई शिकायत सुनने को नहीं मिली है। न ही बोइंग की ओर से इनके बारे में किसी तरह की कोई एडवाइजरी जारी की गई है। ऐसे में मलेशियन एयरलाइंस की रहस्यमय दुर्घटना ने सभी को भी चिंता में डाल दिया है।
पढ़ें : ड्रीमलाइनर के ट्रांसपोंडर में आई खराबी ड्रीमलाइनरों को लेकर विश्वव्यापी शिकायतों से हलकान बोइंग अब इस दुर्घटना की जांच में मदद के लिए अपने तकनीकी अधिकारियों की एक टीम मलेशिया भेज रही है। इस बीच, भारत की ओर से भी दुर्घटना की जांच में मदद के संकेत दिए गए हैं। इस संबंध में विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के तकनीकी विशेषाों को मलेशिया भेजे जाने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार किसी विमान दुर्घटना की जांच में उन सभी देशों के प्रतिनिधियों को शामिल करना होता है जिनके नागरिकों की मौत हुई होती है।
पढ़ें : एतिहाद के पास होंगे एयर इंडिया के 5 बोइंग 777 विमान में सवार 239 यात्रियों में से पांच भारत, 154 चीन, 38 मलेशिया, सात इंडोनेशिया, छह ऑस्ट्रेलिया, पांच अमेरिका व दो कनाडा के नागरिक थे। कनाडा के दो नागरिकों में से एक भारतीय मूल का है। इन सभी देशों के विमानन नियामकों के प्रतिनिधि जांच टीम में शामिल होंगे। शनिवार को हुई दुर्घटना में मलेशियन एयरलाइंस की फ्लाइट एमएच370 का बोइंग777-200ईआर विमान कुआलालंपुर से बीजिंग के रास्ते में अचानक गायब हो गया था। समझा जाता है कि विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद समुद्र में समा गया है।