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इस भारतीय ने वॉट्स एप्प को बनाया कामयाब

पिछले दो दिनों से वॉट्स एप्प काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला है फेसबुक के साथ सौदा। दुनिया की बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट से 1

By Edited By: Updated: Fri, 21 Feb 2014 06:06 PM (IST)
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नई दिल्ली। पिछले दो दिनों से वॉट्स एप्प काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला है फेसबुक के साथ सौदा। दुनिया की बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट से 19 अरब डॉलर में वॉट्स एप्प का अधिग्रहण कर लिया। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि वॉट्स एप्प के बिजनेस को कामयाबी की ऊंचाईयों पर पहुंचाने और इस सौदे के पीछे प्रमुख भूमिका निभाने में एक भारतीय का हाथ है। जी हां, इस भारतीय का नाम है नीरज अरोड़ा। ऐसा कि फेसबुक ने वादा किया है कि वह वॉट्स एप्प के कार्य में कोई बदलाव नहीं करेगा, अरोड़ा अपनी अहम भूमिका निभाते रहेंगे। सोशल नेटवर्किंग साइट के साथ मैसेजिंग प्लेटफार्म के बिजनेस परिचालन को चलाएंगे।

एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक, नीरज अरोड़ा ने अपनी व्यक्तिगत वेबसाइट पर लिखा है कि वह 'कंपनी में बिजनस से जुड़ी सभी चीजों के लिए' जिम्मेदार हैं और खुद को 'अच्छा व्यक्ति मानते हैं।' आईआईटी की डिग्री हासिल करने वाले नीरज अरोड़ा ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस (आईएसबी) से मैनेजमेंट की डिग्री भी हासिल की। उन्होंने सिलिकॉन वैली में गूगल की शानदार नौकरी को छोड़ा और वॉट्स एप्प के साथ जुड़े।

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नवंबर 2011 तक अरोड़ा गूगल में प्रिंसिपल कॉपोरेट डेवलपमेंट के तौर पर काम कर रहे थे। इससे पहले वह टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड के प्रमुख प्रबंधक थे। एक अन्य अंग्रेजी अखबार के अनुसार, भारत में अरोड़ा की सबसे प्रमुख उपलब्धियों में से एक अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस को 16 रुपये प्रति माह के डाटा प्लान के साथ अनलिमिटेड वॉट्स एप्प इस्तेमाल करने के लिए राजी करना था।

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पिछले साल एक बिजनेस न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अरोड़ा ने कहा था कि भारत में वॉट्स एप्प के यूजर्स की संख्या 2.5 करोड़ से ज्यादा हो गई है। अब भारत हमारी कंपनी के लिए काफी जरूरी हो चुका है। वहीं, सिर्फ 55 लोगों की टीम के साथ वॉट्स एप्प अपनी सेल्स को लगातार बढ़ा रहा था। आज उन्होंने एक सवाल के जवाब में ट्विट किया कि 'कुछ भी नहीं बदलने वाला।' उन्होंने लिखा, 'एक वफादार वॉट्स एप्प यूजर होने के नाते है बाकी दुखी हूं कि इसे फेसबुक को बेच दिया गया है।'

अरोड़ा के दोस्त और बैचमेट भी इससे सहमत हैं। आईएसबी में उनके साथ पढ़ चुके और ट्रेनिंग सॉफ्टवेयर कंपनी माइंडटिकल के को-फाउंडर मोहित गर्ग कहते हैं कि टाइम्स इंटरनेट से लेकर वॉट्स एप्प तक अरोड़ा के पास सही समय पर मौके पहचानने की अनूठी क्षमता है। गर्ग ने कहा, 'वह वेल कनेक्टेड हैं और इससे उन्हें सीढ़ी ऊपर चढ़ने में मदद मिली है।'