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सीनेट खोजेगी अमेरिकी संकट का हल

अमेरिकी कामबंदी (शटडाउन) 13वें दिन भी जारी रही। व्हाइट हाउस और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में बहुमत वाले रिपब्लिकन के बीच वार्ता के बावजूद कोई हल नहीं निकला। इसके बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रविवार को अब हल निकालने की जिम्मेदारी सीनेट को दी है। सीनेट के विशेष सत्र में डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सदस्य

By Edited By: Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
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वाशिंगटन। अमेरिकी कामबंदी (शटडाउन) 13वें दिन भी जारी रही। व्हाइट हाउस और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में बहुमत वाले रिपब्लिकन के बीच वार्ता के बावजूद कोई हल नहीं निकला। इसके बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रविवार को अब हल निकालने की जिम्मेदारी सीनेट को दी है। सीनेट के विशेष सत्र में डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सदस्य संकट का हल निकालने का रास्ता खोजेंगे।

पढ़ें: अमेरिका को डिफाल्टर होने से बचाने आगे आए रिपब्लिकन

ओबामा की ओर से शनिवार को किए गए प्रयासों की वजह से ही दोनों पक्ष बातचीत जारी रखने को राजी हो गए हैं। ओबामा ने कहा, यदि शटडाउन और कर्ज सीमा बढ़ाने के संकट से सरकार को उबारा जाए तो हम बजट पर बातचीत में रिपब्लिकन की चिंताओं को शामिल करेंगे। शटडाउन शुरू होने के बाद डेमाक्रेट और रिपब्लिकन सांसदों के बीच शनिवार को पहली बार लंबी वार्ता हुई थी। इसके बावजूद सरकारी कामबंदी खत्म करने या कर्ज सीमा बढ़ाने के बारे में कोई समझौता नहीं हो पाया।

न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि सीनेट में बहुमत के नेता हैरी रीड और रिपब्लिकन नेता मिच मैकोनेल ने जुलाई के बाद पहली बार वार्ता की। अखबार ने आगे लिखा कि समझौता नहीं होने के बावजूद ओबामा और कांग्रेस के रिपब्लिकन सांसदों ने बातचीत में लचीला रुख दिखाया है। वित्तीय संकट पर राजनीतिक दूरियां घटी हैं।

ओबामा और दोनों पार्टियों के सांसदों के बीच इस हफ्ते में हुई कई दौर की बातचीत के बाद व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्ने ने बताया कि हम पहले से बेहतर स्थिति में हैं। दोनों पक्ष इस बात पर राजी हुए कि जो भी मुद्दे हैं, उन पर बातचीत जारी रखी जाए। शुक्रवार को सीनेट के रिपब्लिकन सदस्यों के साथ बैठक के बाद ओबामा और रिपब्लिकन वर्चस्व वाले हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के स्पीकर जॉन बोएनर के बीच फोन पर हुई वार्ता के बाद संकट का हल निकालने की कोशिशें तेज हो गई थीं।

वाशिंगटन पोस्ट ने कहा कि ओबामा ने बोएनर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इसमें कर्ज सीमा नवंबर तक बढ़ाने और इस दौरान बजट समझौते पर बातचीत करने की बात कही गई थी। इसके बाद कांग्रेस के रिपब्लिकन सांसद कामकाज शुरू कराने और 17 अक्टूबर के बाद शुरू होने वाले डिफॉल्टर खतरे को टालने की नई योजना विकसित करने में जुट गए हैं।

जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के अध्यक्षों ने अमेरिका से वित्तीय संकट को शीघ्र सुलझाने का आग्रह किया है। जी-20 ने कहा कि इस गतिरोध का दूर होना ग्लोबल इकोनॉमी के लिए बहुत जरूरी है। वैश्विक अर्थव्यवस्था सुधर रही है, लेकिन गिरावट का खतरे अभी खत्म नहीं हुआ।