सिर्फ इसी एयरलाइंस में आप कर सकते हैं इंटरनेट का इस्तेमाल
निजी क्षेत्र की बजट एयरलाइंस कंपनी स्पाइसजेट अब पहली ऐसी एयरलाइंस होगी जोकि यात्रियों को पसर्नल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइज (पीईडी) यानी लैपटॉप आदि का इस्तेमाल करने की अनुमति देगी। कंपनी ने डीजीसीए के उन नियमों पर अमल शुरू करने का ऐलान किया है, जिसके तहत प्लेन में मोबाइल और लैपटॉप को फ्लाइट मोड पर रखा जा सकता
By Edited By: Updated: Tue, 29 Apr 2014 10:23 AM (IST)
नई दिल्ली। निजी क्षेत्र की बजट एयरलाइंस कंपनी स्पाइसजेट अब पहली ऐसी एयरलाइंस होगी जोकि यात्रियों को पसर्नल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइज (पीईडी) यानी लैपटॉप आदि का इस्तेमाल करने की अनुमति देगी। कंपनी ने डीजीसीए के उन नियमों पर अमल शुरू करने का ऐलान किया है, जिसके तहत प्लेन में मोबाइल और लैपटॉप को फ्लाइट मोड पर रखा जा सकता है।
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने दावा किया कि स्पाइसजेट पहली एयरलाइंस है, जिसने डीजीसीए के दिशा-निर्देशों पर काम शुरू किया है। हालांकि, इसके साथ ही उसने यह भी कहा है कि लैंडिंग और टेकऑफ के वक्त इन उपकरणों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा, क्योंकि इसके लिए एयरक्राफ्ट में कुछ और सर्टिफिकेशन की जरूरत होगी, जिसके बारे में अभी स्पाइसजेट समीक्षा कर रहा है। एयरलाइंस का यह भी कहना है कि फ्लाइट मोड पर इन उपकरणों का उपयोग 10 हजार फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर ही किया जा सकेगा। गौरतबल है कि डीजीसीए ने विमानों के आकाश में उड़ान भरते समय भी इंटरनेट, मोबाइल व लैपटॉप के प्रयोग की अनुमति दे दी है। यात्री फ्लाइट मोड में रखकर मोबाइल व लैपटॉप का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे पहले भारत के आकाश में उड़ान भरते समय फ्लाइट्स में इंटरनेट या वाई-फाई के इस्तेमाल पर प्रतिबंध था। आपको बता दें कि वर्तमान में फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) और यूरोपीयन यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी (ईएएसए) ने भी एयरप्लेन मोड पर सभी प्रकार के विमानों में पीईडी इस्तेमाल करने की मंजूरी दे रखी है।