खुशखबरी! 40 फीसद अंक होने पर भी डीयू में मिल सकता है दाखिला
डीयू मेंं ऐसे कई कोर्स हैंं जिनमेंं 40 से 45 फीसद अंको पर भी दाखिला मिल सकता है।
By Amit MishraEdited By: Amit MishraUpdated: Tue, 07 Jun 2016 09:18 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) मेंं दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया चल रही है। पंजीकृत विद्यार्थियोंं की संख्या दो लाख तक पहुंंच गई है। यदि ऊंची कटऑफ के डर से आवेदन करने से बच रहे हैंं तो ऐसा न करेंं। डीयू मेंं ऐसे कई कोर्स हैंं, जिनमेंं 40 से 45 फीसद अंको पर भी दाखिला मिल सकता है। खासतौर पर भाषा पाठ्यक्रमोंं मेंं ऐसे विद्यार्थियोंं के लिए भरपूर अवसर है जो 40 से 70 फीसद अंक पाकर डीयू मेंं अध्ययन का सपना संजोए हुए हैं।
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डीयू मेंं डिप्टी डीन छात्र कल्याण डॉ. गुरप्रीत सिंह टुटेजा बताते हैंं कि डीयू मेंं हर साल एक सीट पर करीब पांच विद्यार्थी आवेदन करते हैंं। आवेदन का आंकड़ा हर बार दो से ढाई लाख तक पहुंच जाता है, लेकिन इसका यह मतलब नहींं है कि ऐसे विद्यार्थियोंं के लिए अवसर नहींं है, जिनका अंक प्रतिशत 40 से 70 फीसद के आसपास रहता है। डीयू में भाषा पाठ्यक्रमोंं मेंं ऐसे विद्यार्थियोंं के लिए भरपूर अवसर है, जोकि अंक प्रतिशत के मामले मेंं 80, 90 व 95 फीसद की दौड़ मे शामिल नहींं हैं।
डीयू मेंं डिप्टी डीन छात्र कल्याण डॉ. गुरप्रीत सिंह टुटेजा बताते हैंं कि डीयू मेंं हर साल एक सीट पर करीब पांच विद्यार्थी आवेदन करते हैंं। आवेदन का आंकड़ा हर बार दो से ढाई लाख तक पहुंच जाता है, लेकिन इसका यह मतलब नहींं है कि ऐसे विद्यार्थियोंं के लिए अवसर नहींं है, जिनका अंक प्रतिशत 40 से 70 फीसद के आसपास रहता है। डीयू में भाषा पाठ्यक्रमोंं मेंं ऐसे विद्यार्थियोंं के लिए भरपूर अवसर है, जोकि अंक प्रतिशत के मामले मेंं 80, 90 व 95 फीसद की दौड़ मे शामिल नहींं हैं।
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हर साल कैंंपस कॉलेजोंं मेंं उर्दू, संस्कृत, हिंदी, पर्शियन मेंं 50 से 60 फीसद तक मेंं दाखिला मिल जाता है। ऑफ कैंंपस कॉलेजोंं मेंं आखिरी दौर मेंं कटऑफ 40-45 फीसद तक चली जाती है। इसलिए डीयू मेंं दाखिले की इच्छा है तो कटऑफ से घबराए बिना सभी कोर्स मेंं आवेदन करेंं।
हर साल कैंंपस कॉलेजोंं मेंं उर्दू, संस्कृत, हिंदी, पर्शियन मेंं 50 से 60 फीसद तक मेंं दाखिला मिल जाता है। ऑफ कैंंपस कॉलेजोंं मेंं आखिरी दौर मेंं कटऑफ 40-45 फीसद तक चली जाती है। इसलिए डीयू मेंं दाखिले की इच्छा है तो कटऑफ से घबराए बिना सभी कोर्स मेंं आवेदन करेंं।
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सेंंट स्टीफंस कॉलेज मेंं संस्कृत के शिक्षक डॉ. पंकज मिश्रा बताते है कि यहां संस्कृत ऑनर्स में 70 फीसद पर दाखिला होता है, इसलिए कटऑफ से घबराए नहींं। स्नातक की पढ़ाई को रोजगार से जोड़कर देखा जाता है। भाषा पाठ्यक्रम हो या फिर अन्य एकेडमिक विषय रोजगार के विकल्प सभी मेंं समान हैं।
संस्कृत को लेकर भ्रम फैलाया जाता है कि इसमे रोजगार के अवसर बेहद कम है, जबकि असलियत कुछ और ही है। इस बार ही संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा के नतीजो को देखे तो संस्कृत विषय से 18 विद्यार्थियोंं ने सफलता हासिल की। स्कूल, कॉलेजोंं मेंं संस्कृत व अन्य भाषा पाठ्यक्रमोंं के शिक्षकोंं के लिए रोजगार के भरपूर अवसर हैंं। डीयू मेंं संस्कृत ऑनर्स मेंं दाखिले के लिए दसवी तक संस्कृत विषय जरूरी है।
सेंंट स्टीफंस कॉलेज मेंं संस्कृत के शिक्षक डॉ. पंकज मिश्रा बताते है कि यहां संस्कृत ऑनर्स में 70 फीसद पर दाखिला होता है, इसलिए कटऑफ से घबराए नहींं। स्नातक की पढ़ाई को रोजगार से जोड़कर देखा जाता है। भाषा पाठ्यक्रम हो या फिर अन्य एकेडमिक विषय रोजगार के विकल्प सभी मेंं समान हैं।
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