मोदी के विज्ञापन पर 10 हजार करोड़ खर्च
कांग्रेस ने विदेश से कालाधन लाने की बात कर रहे भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के विज्ञापन अभियान के पीछे कालेधन के इस्तेमाल का आरोप जड़ दिया है। चौतरफा विज्ञापनों में छाए मोदी पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा का चुनावी विज्ञापन बजट ही 10 हजार करोड़ रुपये का है।
By Edited By: Updated: Thu, 10 Apr 2014 10:11 AM (IST)
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। कांग्रेस ने विदेश से कालाधन लाने की बात कर रहे भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के विज्ञापन अभियान के पीछे कालेधन के इस्तेमाल का आरोप जड़ दिया है। चौतरफा विज्ञापनों में छाए मोदी पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा का चुनावी विज्ञापन बजट ही 10 हजार करोड़ रुपये का है।
शर्मा ने कटाक्ष किया कि मोदी कालेधन की वापसी की बात करते हैं। जिस तरह से उनके विज्ञापन अभियान में अंधाधुंध धन खर्च हो रहा है, उससे लगता है कि वाकई वह कालाधन वापस लाने में सक्षम हैं और उन्होंने इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं, मोदी पर हमला करने की होड़ में कांग्रेस पुराने मुद्दों को झाड़ पोंछकर निकाल रही है। शर्मा ने मोदी पर जिस केजी बेसिन विवाद को लेकर हमला किया, वह मामला कांग्रेस दो साल पहले भी उठा चुकी है। शर्मा ने कैग के हवाले से राज्य को हुए 250 करोड़ मिलियन डॉलर के राजस्व की हानि का आरोप लगाते हुए जीएसपीएल वेंचर और उसके कर्ताधर्ता जीन पाल राय से मोदी के संबधों पर सफाई की मांग की है। शर्मा ने 2002 में गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन की केजी बेसिन में गैस खेज को लेकर साझा उपक्रम बनाने और उसकी 10 फीसद हिस्सेदारी जियो ग्लोबल रिर्सोसेज को देने पर सवाल खडे़ किए हैं। शर्मा ने कहा कि कंपनी ने दस फीसद हिस्सेदारी के बदले एक भी पैसा खर्च नहीं किया, जबकि राज्य सरकार ने उसे तकनीकी सहायता के नाम पर भुगतान किया। गुजरात सरकार की दरियादिली को लेकर कैग ने भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं। गौरतलब है कि 2012 में एक पत्रिका के खुलासे के बाद भी कांग्रेस ने पार्टी मुख्यालय में इसी विषय पर प्रेसवार्ता आयोजित की थी। 3 दिसंबर, 2013 को हुई प्रेसवार्ता को तत्कालीन पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी और रेणुका चौधरी ने संबोधित किया था।