कश्मीर में 25 और सरपंचों के इस्तीफे
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग संसदीय क्षेत्र में पिछले 10 दिनों में तीन आतंकी हमलों में दो सरंपचों समेत चार लोगों की हत्या के बाद पंच-सरपंचों में भय व्याप्त है। मंगलवार को 25 और सरपंचों ने इस्तीफा दे दिए। कइयों ने लाउड स्पीकरों पर अपने इस्तीफे का एलान किया। इनमें छह महिलाएं भी हैं। आतंकियों की दहशत का अंदाजा इस
अनंतनाग [जाब्यू]। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग संसदीय क्षेत्र में पिछले 10 दिनों में तीन आतंकी हमलों में दो सरंपचों समेत चार लोगों की हत्या के बाद पंच-सरपंचों में भय व्याप्त है। मंगलवार को 25 और सरपंचों ने इस्तीफा दे दिए। कइयों ने लाउड स्पीकरों पर अपने इस्तीफे का एलान किया। इनमें छह महिलाएं भी हैं। आतंकियों की दहशत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सत्ताधारी नेशनल कांफ्रेंस के एक नेता ने भी अपनी पार्टी को अलविदा कह दिया। इसके अलावा कई पंचायत प्रतिनिधियों ने पुलिस थानों व सैन्य शिविरों में पनाह ले ली है।
अनंतनाग सीट पर दो दिन बाद मतदान और आतंकी हमलों को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं, लेकिन पंच-सरपंचों में डर साफ नजर आ रहा है। गुलशनपोरा पंचायत के सरपंच जंग बहादुर सिंह ने अपना इस्तीफा देने के बाद गांव में एक जगह खड़े होकर सियासत में शामिल होने पर माफी भी मांगी। पुलवामा में गत रात आतंकी हमले में बचे सरपंच बशीर अहमद मलिक ने बताया कि वह इस समय काकपोरा पुलिस चौकी में हैं। यहां और भी पंचायत प्रतिनिधि हैं। इससे पहले भी कई मौकों पर पंच-सरपंचों ने अपने इस्तीफे दिए हैं।