यमन से अपनों की रिहाई के लिए 26 देशों ने मांगी भारत से 'राहत'
युद्धग्रस्त यमन से भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के 'राहत' नामक अभियान का परचम विदेशियों पर भी छाया है। यह भारतीय विदेश नीति की ही सफलता है कि 26 अन्य देशों ने भारतीय नौसेना से उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की अपील की है। इन देशों में पड़ोसी नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका
नई दिल्ली। युद्धग्रस्त यमन से भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के 'राहत' नामक अभियान का परचम विदेशियों पर भी छाया है। यह भारतीय विदेश नीति की ही सफलता है कि 26 अन्य देशों ने भारतीय नौसेना से उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की अपील की है। इन देशों में पड़ोसी नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका के साथ अमेरिका, स्वीडन और सिंगापुर जैसे देश शामिल हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ट्वीट कर बताया कि अब तक भारतीय नौसेना और वायुसेना मिलकर यमन से करीब 2500 भारतीयों को सुरक्षित भारत वापस लाने में कामयाब रही है।
उन्होंने बताया कि 26 अन्य देशों ने लिखित संदेश भेजकर अपने नागरिकों को यमन से बाहर निकालने के लिए भारत की मदद मांगी है। मानवीय आधार पर सोमवार को ही आइएनएस सुमित्रा जहाज से अलकायदा आतंकियों के गढ़ अल-होदिदा से तीन पाकिस्तानियों को भी भारत लाया गया। सुषमा ने व्यक्तिगत रूप से यमन की एक महिला से 4 अप्रैल को बात की जिसका पति भारतीय है और उसका एक छोटा बेटा भी है। नए देश में जाने को लेकर सशंकित इस महिला को खुद सुषमा ने सुरक्षित वापसी आश्वासन दिया था।