बुरे फंसे बाबा रामदेव, एक साथ 81 मुकदमे दर्ज
गुरु की गुमशुदगी, उत्पादों की गुणवत्ता, विदेश में संपत्ति के मामलों में जांच का सामना कर रहे योगगुरु रामदेव पर उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार ने एक दिन में ही इक्यासी मुकदमे लाद दिए हैं। सरकार ने रामदेव के पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट पर हरिद्वार में बेनामी संपत्ति, सरकारी जमीन पर कब्जा और सरकारी भूमि के दुरुपयोग के मामलों में ये मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें दस करोड़ से अधिक की स्टांप ड्यूटी चोरी के 52 मामले शामिल हैं। सरकार भूमि के दुरुपयोग के 27 मामलों में पतंजलि
जागरण ब्यूरो, देहरादून। गुरु की गुमशुदगी, उत्पादों की गुणवत्ता, विदेश में संपत्ति के मामलों में जांच का सामना कर रहे योगगुरु रामदेव पर उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार ने एक दिन में ही इक्यासी मुकदमे लाद दिए हैं। सरकार ने रामदेव के पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट पर हरिद्वार में बेनामी संपत्ति, सरकारी जमीन पर कब्जा और सरकारी भूमि के दुरुपयोग के मामलों में ये मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें दस करोड़ से अधिक की स्टांप ड्यूटी चोरी के 52 मामले शामिल हैं। सरकार भूमि के दुरुपयोग के 27 मामलों में पतंजलि को दी गई जमीन वापस लेकर उसे सरकारी संपत्ति में निहित करेगी। इनके साथ ही ग्राम सभा की भूमि कब्जाने के दो मामलों में भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि बाबा रामदेव उत्तराखंड में पतंजलि के नाम का दुरुपयोग कर रहे थे। डीएम हरिद्वार ने इसकी जांच के बाद मुकदमे दर्ज करने की कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि इन मामलों में संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ भी सरकार कार्रवाई करेगी। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने बताया कि हरिद्वार के जिलाधिकारी को पतंजलि योगपीठ की जमीनों के क्रय, इनके इस्तेमाल व कब्जों को लेकर शिकायतें मिली थीं। उन्होंने इस मामले की जांच के बाद पाया कि पतंजलि योगपीठ ने पिछले कुछ वर्षो में खरीदी गई भूमि में भारी घोटाला किया है। जमीनों को सरकार से जिन कारणों को बताते हुए क्रय किया गया लेकिन मौके पर वहां कुछ और ही कार्य हो रहे हैं। यह नियम व शर्तो का साफ उल्लंघन है। इसे देखते हुए सरकार ने इन मामलों में मुकदमे दर्ज करने के साथ ही उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।