गुरु के मंच से शिष्य लेगा शपथ
सरकार चले ना चले, लेकिन अरविंद केजरीवाल का शपथ ग्रहण समारोह अपने आप में खास होगा। अन्ना हजारे को गुरु कहने वाले केजरीवाल मुख्यमंत्री पद की शपथ रामलीला मैदान में उसी स्थान से लेंगे, जहां से अन्ना ने दो साल पहले जनलोकपाल के लिए अनशन शुरू किया था। यह वही मंच है, जहां से पूरे देशवासियों की भावनाए
By Edited By: Updated: Fri, 27 Dec 2013 09:36 AM (IST)
नई दिल्ली, [जासं]। सरकार चले ना चले, लेकिन अरविंद केजरीवाल का शपथ ग्रहण समारोह अपने आप में खास होगा। अन्ना हजारे को गुरु कहने वाले केजरीवाल मुख्यमंत्री पद की शपथ रामलीला मैदान में उसी स्थान से लेंगे, जहां से अन्ना ने दो साल पहले जनलोकपाल के लिए अनशन शुरू किया था। यह वही मंच है, जहां से पूरे देशवासियों की भावनाएं जुड़ी हैं।
सूत्रों का कहना है कि शपथ ग्रहण के लिए अलग से बड़ा मंच तैयार करने की योजना केजरीवाल के समक्ष प्रस्तुत की गई थी, जिसे केजरीवाल ने नकार दिया। उनकी इच्छा पर उसी मंच को तैयार करने का फैसला लिया गया, जिस पर अगस्त 2011 में अन्ना हजारे ने अनशन किया था। जानकर इसके कई अर्थ निकाल रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि समारोह में दिल्ली ही नहीं दूसरे राज्यों के लोग भी काफी संख्या में जुटेंगे। केजरीवाल की भी इस मंच से भावनाएं जुड़ी हैं और शपथ ग्रहण के बाद वह इस मंच से देश की जनता के नाम संबोधन कर सकते हैं। पढ़ें : केजरीवाल टैरर: सहमे अफसरों ने फाइलों से हटवाए पेपर मंच पर जो व्यवस्था की जा रही है, उसके अनुसार अगली पंक्ति में उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव बैठेंगे। पीछे की तरफ मंत्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी।
समारोह स्थल पर सात एलसीडीशपथ ग्रहण समारोह के प्रसारण के लिए आठ गुणे 15 फुट के सात एलसीडी लगाए जा रहे हैं। इसमें पांच एलसीडी रामलीला मैदान के अंदर और दो रामलीला मैदान के बाहर लगेंगे। बाहर एलसीडी लगाने का फैसला भी अरविंद केजरीवाल की इच्छा पर किया गया है। उन्होंने कहा है कि जो लोग अंदर नहीं आ पाएंगे, वे सड़क से भी समारोह को लाइव देख सकेंगे।
पांच सौ वीआइपी होंगे शामिल समारोह स्थल पर 500 वीआइपी के बैठने का इंतजाम किया जा रहा है। इसके अलावा 25 हजार आम लोगों के बैठने के लिए कुर्सियों की भी व्यवस्था की जा रही है। जिन लोगों को कुर्सियां नहीं मिल पाएंगी और खड़े होना होगा, उनके लिए भी इंतजाम किए गए हैं। बताया जा रहा है कि पहले सभी आम लोगों के लिए दरी बिछाकर बैठने की व्यवस्था की जा रही थी, लेकिन बाद में इसे परिवर्तित कर दिया गया। दिन भर लगा रहा अधिकारियों का तांतारामलीला मैदान में बृहस्पतिवार को दिन भर अधिकारियों का तांता लगा रहा। दोपहर में दिल्ली के मुख्य सचिव डीएम स्पोलिया ने दौरा किया। उनके साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा नगर निगम उत्तरी के आयुक्त पी के गुप्ता व अतिरिक्त आयुक्त दीपक हस्तीर भी मौजूद थे। वहीं नगर निगम उत्तरी ने कार्य पूरा करा कर देर शाम रामलीला मैदान दिल्ली सरकार को सुपुर्द कर दिया। सामान्य प्रशासन विभाग इस आयोजन का इंतजाम करा रहा है। पुलिस ने रामलीला मैदान को कब्जे में लियारामलीला मैदान में 28 दिसंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए मध्य जिला पुलिस ने सुरक्षा संबंधी तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस ने बुधवार रात ही रामलीला मैदान को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस का कहना है कि रामलीला मैदान में पहली बार कोई मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे, इससे सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी की जाएगी। रामलीला मैदान के सभी पांच प्रवेश द्वारों व मैदान के अंदर व बाहर करीब 2000 पुलिस कर्मी चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे। गेट नंबर एक से सिर्फ अरविंद केजरीवाल व उनके मंत्रियों समेत वीआइपी को ही प्रवेश दिया जाएगा। एक गेट मीडिया कर्मियों के प्रवेश के लिए होगा। बाकी तीन गेटों से आम आदमी मैदान के अंदर जा सकेंगे। डीसीपी आलोक कुमार के मुताबिक मैदान के चारों कोनों पर मचान से सुरक्षाकर्मी दूरबीन के जरिए भी नजर रखेंगे।
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