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महाराष्ट्र आप के कई नेता छोड़ सकते हैं पार्टी

दिल्ली में आम आदमी पार्टी में मचे घमासान से आहत महाराष्ट्र इकाई के कुछ बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। पार्टी की लगातार हो रही छीछालेदर से परेशान महाराष्ट्र आप के वरिष्ठ नेता मारुति भापकर ने सोमवार को कहा, 'राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जो कुछ भी

By Sanjay BhardwajEdited By: Updated: Mon, 30 Mar 2015 11:44 PM (IST)
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नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी में मचे घमासान से आहत महाराष्ट्र इकाई के कुछ बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। पार्टी की लगातार हो रही छीछालेदर से परेशान महाराष्ट्र आप के वरिष्ठ नेता मारुति भापकर ने सोमवार को कहा, 'राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जो कुछ भी हुआ, वह लोकतंत्र की हत्या से कम नहीं है। मैं इससे बेहद आहत हूं और पार्टी छोड़ने पर गंभीरता से विचार कर रहा हूं। हम लोग अपने भविष्य पर फैसला मंगलवार को राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद लेंगे।'

पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता ने कहा कि महाराष्ट्र आप यूनिट पहले से ही दिल्ली गैंग से डरी हुई थी। उन्होंने कहा कि हाल की घटनाओं से लगता है प्रदेश यूनिट में और हस्तक्षेप बढ़ेगा।

उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली के नेताओं ने कभी भी पार्टी के लिए स्वतंत्र होकर सोचने का मौका नहीं दिया। केजरीवाल ने अपने वफादारों कुमार विश्वास, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और आशीष खेतान को सारे अधिकार सौंप दिए हैं। ऐसा तब किया गया है, जबकि उनके पास जनता से संपर्क साधने का कोई खास अनुभव नहीं है।

गौरतलब है कि अन्ना आंदोलन के दौरान मयंक गांधी ने महाराष्ट्र में अहम भूमिका अदा की थी। केजरीवाल पर तानाशाही का आरोप लगा कर मयंक पहले बागी बन चुके हैं। हालांकि मयंक गांधी ने इन मुद्दों पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।

सूत्रों का कहना है कि इस हालत में मयंक शायद ही पार्टी के साथ काम कर पाएंगे। अंजलि दमानिया पहले ही आम आदमी पार्टी छोड़ चुकी हैं। इसके अलावा विजय पंधारे और सुभाष समेत कई नेता पार्टी की गतिविधियों से नाराज हैं। इन नेताओं का कहना है कि वे पार्टी में ईमानदारी और सिद्धांतों की वजह से आए थे न कि राजनीतिक ठिकाना तलाशने।

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