केजरीवाल को मिल सकता है समय
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम आने के 10 दिन बाद भी न तो नई सरकार बन पाई है और न ही राष्ट्रपति शासन लागू हुआ है। इस बीच ऐसे संकेत हैं कि सरकार बनाने के लिए जनता से संवाद शुरू कर चुकी आम आदमी पार्टी (आप) को कुछ और समय देकर राष्ट्रपति शासन को फिलहाल टाला जा सकता है। सियासी पंडितों का कहना
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम आने के 10 दिन बाद भी न तो नई सरकार बन पाई है और न ही राष्ट्रपति शासन लागू हुआ है। इस बीच ऐसे संकेत हैं कि सरकार बनाने के लिए जनता से संवाद शुरू कर चुकी आम आदमी पार्टी (आप) को कुछ और समय देकर राष्ट्रपति शासन को फिलहाल टाला जा सकता है। सियासी पंडितों का कहना है कि कांग्रेस 'आप' को दिल्ली में सरकार बनाने के लिए समर्थन दे चुकी है और पार्टी जनता में यही संदेश देना चाहती है कि आखिरकार उसी के समर्थन से सरकार बनी। ऐसे में यदि राष्ट्रपति शासन लागू हो जाता है तो 'आप' के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके समर्थकों को यह कहने का पूरा अधिकार होगा कि कांग्रेस एक ओर समर्थन देती है और दूसरी ओर केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रपति शासन लागू करा देती है।
शीला दीक्षित ही कार्यवाहक मुख्यमंत्रीकेंद्रीय मंत्रलय द्वारा 11 दिसंबर को जारी की गई अधिसूचना के अनुसार राष्ट्रपति द्वारा शीला दीक्षित का इस्तीफा स्वीकार कर लिए जाने के बावजूद वह तब तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनी रहेंगी जब तक नए मुख्यमंत्री शपथ नहीं ले लेते अथवा कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर ली जाती।