हम सत्ता भोगने नहीं, व्यवस्था को बदलने आए हैं: केजरीवाल
नई दिल्ली [मुकेश केजरीवाल]। दिल्ली की सत्ता को लेकर चल रहे सस्पेंस से पर्दा उठने को है। अब तक दिल्ली में सरकार बनाने से इन्कार करती रही आम आदमी पार्टी [आप] इसके लिए तैयार हो गई है। पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अब वे राज्य में रायशुमारी करवाएंगे। 23 दिसंबर [सोमवार] तक इसके नतीजों के आधार पर फैसला कर लिया जाएगा। जनता ने सरकार बनाने के लिए कहा तो वे पीछे नहीं हटेंगे।
नई दिल्ली [मुकेश केजरीवाल]। दिल्ली की सत्ता को लेकर चल रहे सस्पेंस से पर्दा उठने को है। अब तक दिल्ली में सरकार बनाने से इन्कार करती रही आम आदमी पार्टी [आप] इसके लिए तैयार हो गई है। पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अब वे राज्य में रायशुमारी करवाएंगे। 23 दिसंबर [सोमवार] तक इसके नतीजों के आधार पर फैसला कर लिया जाएगा। जनता ने सरकार बनाने के लिए कहा तो वे पीछे नहीं हटेंगे।
सरकार बनाने से इन्कार करती रही आम आदमी पार्टी को कांग्रेस की चिट्ठी के बाद मंगलवार को अपने फैसले पर फिर से विचार करने को मजबूर होना पड़ा। सुबह पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति और विधायक दल की बैठक में तय हुआ कि अब सत्ता से इन्कार करने को अपनी जवाबदेही से बचना माना जाएगा। ऐसे में नई परिस्थिति में जनता की राय जानने की कोशिश की जाए। बैठकों के बाद पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल ने साफ कहा, 'रविवार तक राज्य की जनता की राय ली जाएगी। सोमवार तक हम इस राय के आधार पर अपना फैसला लेंगे।' केजरीवाल ने अपने बयान में भी सरकार गठन को ले कर दबाव की बात मानी। उन्होंने कहा, 'भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां एक हो गई हैं। प्रचार किया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी अपनी जवाबदेही से बच रही है। हम सत्ता भोगने नहीं, व्यवस्था को बदलने आए हैं।'