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अब तक एक करोड़ ग्राहकों ने छोड़ी एलपीजी सब्‍सिडी

प्रधानमंत्री द्वारा पिछले वर्ष शुरू किए गए 'गिवइटअप' कैंपेन के सफलता के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। अब तक 1 करोड़ लोगों ने एलपीजी सब्‍सिडी को सहर्ष छोड़ा है।

By Monika minalEdited By: Updated: Fri, 22 Apr 2016 01:03 PM (IST)
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नई दिल्ली। ‘गिवइटअप’ कैंपेन के तहत एलपीजी सब्सिडी छोड़ने वाले ग्राहकों की संख्या एक करोड़ तक पहुंच गयी है। गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सक्षम लोगों से इस बात की अपील की थी। तब से 1,00,06,303 एलपीजी ग्राहकों ने रसोई गैस सब्सिडी छोड़ी है। इससे सरकारी खजाने को कुछ हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है।

रसोई गैस की सब्सिडी में आधार का पेंच

जीन्यूज के अनुसार, ग्राहकों को एक वर्ष की अवधि में 14.2 किलो 12 सिलेंडर या पांच किलो के 34 सिलेंडर सब्सिडी दर पर लेने का अधिकार है। फिलहाल सब्सिडी वाला 14.2 किलो का सिलेंडर दिल्ली में 419.13 रुपये में जबकि पांच किलो का 155 रुपये में उपलब्ध है।

वहीं बाजार मूल्य पर 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर 509.50 रुपये पर उपलब्ध है। सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर छोड़ने से सरकार के सब्सिडी बिल में बचत होगी। पिछले साल इस पर सब्सिडी खर्च 30,000 करोड़ रुपये था। ग्राहक वितरकों को लिखित में अनुरोध कर सब्सिडी छोड़ सकते हैं। साथ ही वे ‘माई हेल्प डाट इन’ पर इलेक्ट्रिानिक तरीके से भी यह विकल्प चुन सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने गत वर्ष 27 मार्च को ‘गिव इट अप’ कैंपेन को लांच किया था ताकि जरूरतमंदों विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों को इसका लाभ मिल सके।

सरकार 1 मई को अपने नये पहल की शुरुआत करेगी जिसके तहत 5 करोड़ गरीब महिलाओं को फ्री एलपीजी कनेक्शन दिया जाएगा।

गांव के हर गरीब परिवार को मिलेगा मुफ्त रसोई गैस