आदर्श का पिटारा खुला तो समझो डूबी कांग्रेस
उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मंशा को ध्यान में रखते हुए अगर आदर्श घोटाले की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई शुरू हुई तो महाराष्ट्र से दिल्ली तक कांग्रेस को इसकी आंच में झुलसना पड़ेगा। महाराष्ट्र में मिस्टर क्लीन कहे जाने वाले मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण की मुसीबतें कई गुना बढ़ जाएंगी। राहुल के दिल्ली में दिखाए तीखे तेव
ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मंशा को ध्यान में रखते हुए अगर आदर्श घोटाले की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई शुरू हुई तो महाराष्ट्र से दिल्ली तक कांग्रेस को इसकी आंच में झुलसना पड़ेगा। महाराष्ट्र में मिस्टर क्लीन कहे जाने वाले मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण की मुसीबतें कई गुना बढ़ जाएंगी। राहुल के दिल्ली में दिखाए तीखे तेवरों के तुरंत बाद महाराष्ट्र भाजपा के महासचिव विनोद तावड़े ने चह्वाण के इस्तीफे की मांग शुरू कर दी है। भाजपा इस मांग को लेकर पूरे राज्य में आंदोलन की भूमिका बनाती दिख रही है।
राहुल के बयान के बाद कई वैधानिक संकट भी खड़े होते दिख रहे हैं। राज्य मंत्रिमंडल ने सर्वसम्मति से आदर्श घोटाले की जांच रिपोर्ट को नामंजूर किया था। राज्यपाल के. शंकरनारायणन सीबीआइ द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण की गिरफ्तारी की मांग ठुकरा चुके हैं। अब अगर राहुल के सुझाव को निर्देश मानकर जांच रिपोर्ट पर पुनर्विचार किया गया तो मंत्रिमंडल व राज्यपाल के फैसलों पर सवाल उठेंगे। विपक्ष यह रिपोर्ट नामंजूर किए जाने के बाद से ही आक्रामक है। राज्य सरकार में कांग्रेस की सहयोगी राकांपा भी रिपोर्ट नामंजूर करने का ठीकरा चह्वाण व कांग्रेस आलाकमान पर फोड़ चुकी है। केंद्र में कांग्रेस की सरकार होने के कारण सीबीआइ पहले ही मामले से जुड़े दो बड़े नाम विलासराव देशमुख और सुशील कुमार शिंदे के साथ नरमी बरतती आ रही है।