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हड़ताल नहीं टूटी तो होगी कार्रवाई

हैलट अस्पताल में हड़ताल के कारण मरीजों की लगातार मौतें होते देखकर प्रशासन हर हाल में हड़ताल खत्म कराना चाहता है। रविवार को मंडलायुक्त मो. इफ्तिखारुद्दीन ने मेडिकल कालेज प्राचार्य व वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ बैठक कर उन चिकित्सकों की सूची मांगी जो काम पर लौटने को तैयार नहीं हैं। मंडलायुक्त ने कहा कि हड़ताल जारी रही त

By Edited By: Updated: Mon, 03 Mar 2014 02:25 PM (IST)

कानपुर। हैलट अस्पताल में हड़ताल के कारण मरीजों की लगातार मौतें होते देखकर प्रशासन हर हाल में हड़ताल खत्म कराना चाहता है। रविवार को मंडलायुक्त मो. इफ्तिखारुद्दीन ने मेडिकल कालेज प्राचार्य व वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ बैठक कर उन चिकित्सकों की सूची मांगी जो काम पर लौटने को तैयार नहीं हैं। मंडलायुक्त ने कहा कि हड़ताल जारी रही तो चिकित्सकों पर कार्रवाई करना मजबूरी होगी।

तस्वीरों में देखें: डॉक्टरों की हड़ताल मरीज बेहाल

मंडलायुक्त ने बैठक में डीएम और डीआईजी से कहा कि मेडिकल छात्रों की जो उचित मांगें हैं, उन पर सहानुभूति पूर्वक विचार करें। ऐसा नहीं लगना चाहिए कि प्रशासन व पुलिस उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रहे हैं। प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार से कहा कि मुख्य चिकित्साधीक्षक व फैकल्टी चिकित्सकों से मरीजों का इलाज कराएं।

जो चिकित्सक हड़ताल खत्म करने के लिए राजी न हों उनकी सूची उन्हें दें। इसके अलावा मेडिकल कालेज के जो अन्य मुद्दे हैं, उनको 15 दिन में बैठक कर निस्तारित कराया जाए। बैठक में तय हुआ कि जो भी चिकित्सक ओपीडी व इमरजेंसी में ड्यूटी पर रहेंगे उनकी सुरक्षा का पूरा इंतजाम होगा। आईजी जोन सुनील गुप्ता ने कहा कि जूनियर डाक्टरों की जो जायज मांगें हैं, उनका समाधान जरूरी है।

बैठक में डीआईजी आरके चतुर्वेदी, डीएम डॉ. रोशन जैकब, एसएसपी यशस्वी यादव, एडीएम सिटी अविनाश सिंह, सीएमओ डॉ. आरपी यादव उपस्थित थे।

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हैलट में सुरक्षा के लिए दो एसीएम की तैनातीजिलाधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने हड़ताल छोड़कर काम पर लौटने वाले चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए हैलट अस्पताल में दो एसीएम की ड्यूटी लगाई है। उन्होंने हाल में एसीएम पांच दयानंद सरस्वती और एसीएम छह राजेंद्र त्रिपाठी को तैनात किया है।

मंडलायुक्त के यहां हुई बैठक के बाद जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने हड़ताल कर रहे कुछ वरिष्ठ चिकित्सकों को उनकी इमरजेंसी और ओपीडी सेवाओं में तैनाती किए जाने की जानकारी देकर काम पर लौटने को कहा। इस नोटिस को फिलहाल डॉक्टरों ने नहीं लिया है।

लेकिन प्रशासन नें काम पर लौटने वाले चिकित्सकों को हड़तालियों से सुरक्षा प्रदान करने के कड़े इंतजाम सुनिश्चित किए हैं।