775 सांसदों में से अकेले आडवाणी ने दी नेताजी को श्रद्धांजलि
हम अपने राष्ट्रीय नायकों को किस कदर तेजी से भूलते जा रहे हैं, इसकी एक मिसाल गुरुवार को संसद भवन में देखने को मिली। मौका देश की आजादी के नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सेंट्रल हाल में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम का था। यह आश्चर्यजनक रहा कि जिस नेताजी ने देश को आजाद कराने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी, उनको श्रद्धांजलि देने के लिए राज्यसभा और लोकसभा के कुल 775 संसद सदस्यों में से अकेले लालकृष्ण आडवाणी ही सेंट्रल हाल पहुंचे।
नई दिल्ली। हम अपने राष्ट्रीय नायकों को किस कदर तेजी से भूलते जा रहे हैं, इसकी एक मिसाल गुरुवार को संसद भवन में देखने को मिली। मौका देश की आजादी के नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सेंट्रल हाल में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम का था। यह आश्चर्यजनक रहा कि जिस नेताजी ने देश को आजाद कराने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी, उनको श्रद्धांजलि देने के लिए राज्यसभा और लोकसभा के कुल 775 संसद सदस्यों में से अकेले लालकृष्ण आडवाणी ही सेंट्रल हाल पहुंचे। हालांकि कई दूसरे सांसदों ने देश के कई हिस्सों में आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत की। मसलन भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह इस मौके पर नेताजी के जन्म स्थल कटक में आयोजित कार्यक्रम में शामिल रहे।
लोकसभा सचिवालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आडवाणी के अलावा तीन पूर्व सांसद शाली गौतम, राम सिंह और ब्रतिन सेन गुप्त भी पहुंचे। लेकिन समारोह में पश्चिम बंगाल से कोई भी सांसद नहीं शामिल हुआ। कार्यक्रम में नेताजी द्वारा स्थापित पार्टी फारवर्ड ब्लाक और तृणमूल कांग्रेस नेताओं की गैरहाजिरी भी चर्चा का विषय रही।