धर्मनिरपेक्षता पर कांग्रेस पार्टी के अंदर घमासान, एंटनी ने उठाया सवाल
देश में धर्मनिरपेक्षता की झंडाबरदार मानी जाने वाली कांग्रेस पार्टी में अब इस मुद्दे पर बहसबाजी छिड़ गई है। कांग्रेस पर अब उसके धर्मनिरपेक्ष होने को लेकर ही सवाल उठने लगा है। यह सवाल कोई और नहीं कांग्रेस के ही नेता एके. एंटनी ने उठाया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि ऐसा लगने लगा है किधर्मनिरपेक्षता क
By Edited By: Updated: Sat, 28 Jun 2014 01:42 PM (IST)
तिरुवनंतपुरम। देश में धर्मनिरपेक्षता की झंडाबरदार मानी जाने वाली कांग्रेस पार्टी में अब इस मुद्दे पर बहसबाजी छिड़ गई है। कांग्रेस पर अब उसके धर्मनिरपेक्ष होने को लेकर ही सवाल उठने लगे हैं।
यह सवाल कोई और नहीं कांग्रेस के ही नेता एके. एंटनी ने उठाया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि ऐसा लगने लगा है किधर्मनिरपेक्षता के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता में जनता का विश्वास कम हुआ है। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच यह धारणा बन गई है कि कांग्रेस में खास समुदाय के लोगों को विशेष तरजीह दी जाती है। लोगों की यह सोच बदलने की कोशिश करनी होगी। गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कई मौकों पर यह कह चुके हैं कि इस देश के संसाधनों पर सबसे पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है। एंटनी ने अपनी ही पार्टी के धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि समाज के एक वर्ग को ऐसा लगने लगा है कि कांग्रेस खास समुदाय और संस्थाओं को आगे बढ़ाने का ही काम करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सबके लिए समान नीति में विश्वास करती है, लेकिन लगता है कि हमारी नीति और सोच ठीक तरह से लोगों तक नहीं पहुंच सकी।
एंटनी ने जनता के मन में बैठी इस धरणा को दूर करने की जरूरत पर जोर दिया। साथ ही एंटनी ने केरल में सांप्रदायिक ताकतों के बढ़ते प्रभाव पर भी चिंता जताई। पढ़ें: कांग्रेस दिल्ली से शुरू करेगी हार की समीक्षा