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किसान को मूत्र पिलाने में मामले में नपे ललितपुर के एसपी विजय यादव

ललितपुर में एक पुलिस चौकी इंचार्ज विजय सिंह चौहान के एक किसान को मूत्र पिलाए जाने के मामले में वहां के पुलिस अधीक्षक विजय यादव का तबादला कर दिया गया है। गंभीर मामले में शिथिलता बरतने के आरोप में क्षेत्राधिकारी अनिल सिरोही को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गंभीर रुख अपनाया है।

By Edited By: Updated: Thu, 14 Aug 2014 11:27 AM (IST)
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लखनऊ। ललितपुर में एक पुलिस चौकी इंचार्ज विजय सिंह चौहान के एक किसान को मूत्र पिलाए जाने के मामले में वहां के पुलिस अधीक्षक विजय यादव का तबादला कर दिया गया है। गंभीर मामले में शिथिलता बरतने के आरोप में क्षेत्राधिकारी अनिल सिरोही को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गंभीर रुख अपनाया है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसपी विजय यादव को ललितपुर से हटाकर पुलिस महानिदेशक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया, जबकि क्षेत्राधिकारी अनिल सिराही को निलंबित कर दिया गया है। घटना के अगले ही दिन चौकी प्रभारी विजय सिंह चौहान को निलंबित किया गया था। इस मामले में किसान के भाई की तहरीर पर चौहान और सहयोगियों पर मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। घटना के संबंध में विभागीय जांच शुरू हो गई है। अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने ललितपुर की इस घटना की जानकारी मिलते ही कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि इस अमानवीय घटना के दोषी व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कानपुर रेंज के डीआइजी आरके राठौर को तत्काल घटनास्थल पहुंचकर तथ्यों की पड़ताल कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। डीआइजी की रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का फैसला किया।

क्या था मामला

ललितपुर जिले के महरौनी कोतवाली क्षेत्र के खितवांस चौकी में जमीन विवाद में सुलह के लिए दबाव बनाने के लिए पुलिस ने भौंरदा गांव के कांशीराम को बुलाया। कांशीराम का अपने भाई से विवाद चल रहा था। सात अगस्त को सिपाहियों के बुलाने पर कांशीराम चौकी पहुंचा। आरोप है कि यहां चौकी प्रभारी और सिपाहियों ने उसे आटा-चक्की के पट्टे से पीटा। उस पर भाई के मुताबिक राजीनामा करने को जोर डाला गया। इतने पर भी खाकी की बर्बरता नहीं थमी। कांशीराम को गिलास में भरकर मूत्र पिलाया गया। शिकायत करने पर झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी देते हुए उसे भगा दिया गया।

हिम्मत जुटाकर कांशी अपर पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र से मिला और न्याय मांगा। मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी महरौनी को सौंपते हुए एएसपी ने खितवास चौकी प्रभारी विजय सिंह चौहान को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। घटना के बाद चौकी प्रभारी तीन दिन की छुट्टी लेकर अवकाश पर है। चौकी प्रभारी विजय सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। झांसी की एक सपा नेत्री से मोबाइल पर अभद्रता व असंसदीय भाषा का प्रयोग करने पर उसको लाइन हाजिर किया जा चुका है। ललितपुर के पाली थाने में तैनाती के समय भी उनका कार्यकाल विवादों से घिरा रहा।

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