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समाज बांटने की साजिश बड़ा खतरा : अखिलेश

शिया वक्फ बोर्ड का चुनाव रद होने से खफा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां बुधवार को न सिर्फ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ मंच पर नजर आए बल्कि उनकी तारीफ में कसीदे भी पढ़े। हज यात्रियों के पहले जत्थे को सफर पर रवाना करने से पहले आजम ने जहां केंद्र सरकार पर निशाना साधा वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज बांटन

By Edited By: Updated: Thu, 28 Aug 2014 07:33 AM (IST)
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लखनऊ, राज्य ब्यूरो। शिया वक्फ बोर्ड का चुनाव रद होने से खफा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां बुधवार को न सिर्फ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ मंच पर नजर आए बल्कि उनकी तारीफ में कसीदे भी पढ़े। हज यात्रियों के पहले जत्थे को सफर पर रवाना करने से पहले आजम ने जहां केंद्र सरकार पर निशाना साधा वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज बांटने की साजिश देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है। सरकार इससे संघर्ष करती रहेगी।

बुराई को बुराई कहें

मुख्यमंत्री ने हज यात्रियों को रवाना करने से पहले कहा कि दुनिया के सभी धर्म मिलजुल कर रहने व खुशहाली का संदेश देते हैं। बुराई के खात्मे के लिए बुराई को बुराई कहा जाना जरूरी है। जो लोग हज यात्रा पर जा रहे हैं, उन पर खुदा की रहमत है। समाजवादी लोग अच्छाई फैलाने एवं बुराई से लड़ते रहे हैं। उनकी सरकार भी समाज में खाई पैदा करने वालों से संघर्ष करती रहेगी।

कल्याण पर निशाना

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को राजस्थान का राज्यपाल नामित किए जाने पर आजम ने कहा कि उनके खिलाफ सीबीआइ जांच चल रही है। फिर भी केंद्र सरकार ने संवैधानिक पद पर बैठा दिया।

लव जिहाद पर

आजम ने कहा कि जिहाद अच्छा शब्द है। इसको भी बदनाम किया जा रहा है। भाजपा पर व्यंग्य करते हुए कहा कि कुछ हो, मगर लव जिहाद के नाम पर हाजियों का नुकसान नहीं किया जाए। फासिस्ट ताकतें चाहती हैं कि हज सब्सिडी खत्म कर दी जाए। लोग दुष्कर्म की घटनाओं पर राजनीति कर रहे हैं। एक केंद्रीय मंत्री के बयान पर कटाक्ष भी किया।

देश का बादशाह चुप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए आजम ने कहा कि वह भी देश में अमन चैन कायम रखना नहीं चाहते। हालात ऐसे बनाए जा रहे हैं कि लोग एक-दूसरे का गला काटने को तैयार हो जाएं फिर भी देश का बादशाह चुप है।

मुजफ्फरनगर को लेकर मुझे सात नोटिस जारी की गई। कसूरवार हूं तो सजा सुना दी जाए। इस दौरान सुन्नी धर्मगुरु व नदवातुल उलूम के मुखिया राबे हसनी नदवी और मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली भी मौजूद थे।

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