अलकायदा के निशाने पर भारत
पाक समर्थित इंडियन मुजाहिद्दीन [आइएम] और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों की गतिविधियों पर काफी हद लगाम लगाने में सफल रही सुरक्षा एजेंसियां भारत में अलकायदा के घुसने के एलान से चौकन्नी हो गई हैं। सोशल मीडिया पर इस बारे में अलकायदा की ओर से जारी वीडियो को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों की बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा की और इससे निपटने की रणनीति पर विचार किया।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। पाक समर्थित इंडियन मुजाहिद्दीन [आइएम] और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों की गतिविधियों पर काफी हद लगाम लगाने में सफल रही सुरक्षा एजेंसियां भारत में अलकायदा के घुसने के एलान से चौकन्नी हो गई हैं। सोशल मीडिया पर इस बारे में अलकायदा की ओर से जारी वीडियो को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों की बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा की और इससे निपटने की रणनीति पर विचार किया। बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट कर दिया गया है। राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पूरे मामले की जानकारी दी है।
अलकायदा के खतरे के आकलन और उससे निपटने के तरीके पर विचार के लिए बुलाई गई बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, खुफिया ब्यूरो के प्रमुख आसिफ इब्राहिम, रॉ प्रमुख आलोक जोशी, संयुक्त खुफिया समिति के प्रमुख जेएन रवि और आंतरिक सुरक्षा के विशेष सचिव प्रकाश झा समेत गृह मंत्रालय के आला अधिकारी मौजूद थे। वैसे सभी एजेंसियों के प्रमुखों का मानना था कि वीडियो प्रमाणिक है, लेकिन भारत में अलकायदा की उपस्थिति के दावे सही नहीं हैं, लेकिन राजनाथ सिंह ने कहा कि संभावित खतरे से निपटने के लिए एजेंसियों को उन संवेदनशील इलाकों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए, जहां से आतंकियों की भर्ती की आशंका ज्यादा है।