'पीं-पीं वाला बटन जोर से दबाना ताकि इटली तक झटके लगे'
यह लहर ही तो थी जो लोकसभा चुनाव में करिश्माई कामयाबी के बाद महाराष्ट्र व हरियाणा जैसे राज्य भी भाजपा की झोली में आ गिरे। हवा बनाने-लहर उठाने के महारथी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को भी पूरे रौ में थे। आज 'इटली के झटके' से ऐसी लहर
By Abhishake PandeyEdited By: Updated: Tue, 25 Nov 2014 12:07 AM (IST)
जमशेदपुर। यह लहर ही तो थी जो लोकसभा चुनाव में करिश्माई कामयाबी के बाद महाराष्ट्र व हरियाणा जैसे राज्य भी भाजपा की झोली में आ गिरे। हवा बनाने-लहर उठाने के महारथी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को भी पूरे रौ में थे। आज 'इटली के झटके' से ऐसी लहर उठाई कि मोदी-मोदी की आवाज से पूरी सभा गूंज उठी।
शाह ने कहा, मतदान के दिन पीं-पीं वाला बटन इतने जोर से दबाना कि इटली तक झटके लगे। भाजपा अध्यक्ष ने विरोधियों पर अपने ही अंदाज में तीर छोड़े। पूरे भाषण में सोनिया, शिबू सोरेन, नीतीश व लालू पर प्रहार करते रहे। यहां तक कह डाला कि झारखंड में गुरुजी [शिबू सोरेन] के नेतृत्व में सरकार बनी तो वे कोयला नीलामी से सूबे की झोली में आने वाले 2.50 लाख करोड़ रुपये भी डकार जाएंगे। शाह यहीं नहीं रूके। कहा, सोनिया, शिबू, लालू व नीतीश सब एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। अमित शाह सोमवार को सरायकेला से भाजपा उम्मीदवार गणेश महली के समर्थन में आदित्यपुर कांटा मैदान में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। शाह भीड़ के उत्साह से गदगद थे। वह जनता से लगातार संवाद किए जा रहे थे। बढ़े सियासी तापमान के बीच मौसम का पारा भी चढऩे लगा था। दोपहर के पौने 12 बज रहे थे, जब भाजपा अध्यक्ष ने अपना संबोधन शुरू किया। लोग तौलिया, रूमाल, गमछे से अपना सिर ढके हुए थे। मैदान छोटा था लेकिन भीड़ तरंगित थी। शाह भीड़ से बिल्कुल नरेन्द्र मोदी के स्टाइल में मुखातिब थे। सवाल दर सवाल उछले, भीड़ हर सवाल पर जवाब ठोकती रही। शाह ने कहा, सोनिया, लालू, गुरु, नीतीश सब नाट्य मंच के कलाकार हैं। मंच पर पात्र अलग-अलग, नाटक खत्म होते सब एक। भाजपा अध्यक्ष ने इसे आगे और साफ किया कि चुनाव का शोर थमते झारखंड को लूटने के लिए सब एक हो जाएंगे। फिर शाह सोनिया गांधी की झारखंड में हुई सभाओं पर आए। कहा, सोनिया कल यहां आयी थीं। चिल्ला-चिल्लाकर कह रहीं थीं कि भाजपा ने सरकार बनने के बाद क्या किया, मोदी ने क्या किया। भाजपा अध्यक्ष ने मंच से सोनिया से जवाब मांगा कि मोदी के पांच महीने हुए हैं, आपके परिवार का तो देश पर 60 साल शासन रहा है। पहले आप देश को तो जवाब दो। आखिर टूजी, हेलीकॉप्टर, कॉमनवेल्थ, कोयला आदि घोटाले क्यों किए। और तो और शहीदों की विधवा के लिए बनने वाले फ्लैट (आदर्श सोसाइटी) तक को बेच खाए। शाह ने कहा, कोयला की तो चोर भी चोरी नहीं करता। यूपीए के शासनकाल में कोयला में भी लूटपाट हो गई। शाह ने भीड़ से ही जवाब मांगा, बताएं मोदी ने पेट्रोल-डीजल के दाम घटाए कि नहीं? भीड़ ने हां की जोरदार आवाज लगायी। शाह ने फिर सोनिया गांधी को लपेटा। कहा, मैडम पहले सरहद पर पाकिस्तान गोलीबारी शुरू करता था और वही खत्म करता था। आज पाकिस्तान गोली भेजता है तो भारत गोले दागता है। गोलीबारी की शुरुआत पाकिस्तान करता है तो यह खत्म भारत के गोले से होता है। शाह ने भीड़ से पूछा-यूपीए-एनडीए में यह अंतर है कि नहीं? जवाब में फिर मोदी-मोदी के नारे। लगा, अभी नमो का जादू चल रहा है, कम से कम शहरी इलाकों में। जैसे-जैसे माहौल बनता गया, शाह आक्रामक होते गए। विरोधी दलों पर निर्मम प्रहार करते रहे। कहा, झारखंड में सरकार गिराने का खेल कांग्रेस ने शुरू किया। कांग्रेस को इसका ऐसा नशा लगा कि एक निर्दल विधायक को सूबे का मुख्यमंत्री बना दिया। चार हजार करोड़ का घपला करवाया। घपला करने वाले जेल चले गए लेकिन करवाने वाले खुलेआम घूम रहे हैं।
शाह ने कहा, झारखंड राज्य बनाने के समय अटल जी ने बड़े सपने देखे थे। यहां के लोगों का भाग्य बदलेगा, झारखंड विकसित राज्य होगा लेकिन बीते 14 साल के कालखंड को देखने पर लगता है, यह सूबा पिछड़ा ही रह गया। समृद्ध राज्य, गरीब लोग। भाजपा इसी विडंबना को दूर करना चाहती है। झारखंड के साथ बने छत्तीसगढ़ को देखें, विकास के राह पर तेजी से डग भरता हुआ आगे बढ़ रहा है। शाह ने गुजरात का भी उदाहरण दिया। बताया, कैसे वहां गांवों में 24 घंटे बिजली रहती है। कल-कारखाने हैं, अच्छी सड़कें हैं, अस्पताल हैं। शाह ने भीड़ से पूछा, आपको दिन-रात बिजली मिलती है क्या? चकाचक सड़कें हैं क्या? उद्योग-धंधे लग रहे हैं क्या? रोजगार मिल रहा है क्या? एक कॉल पर घर पर एंबुलेंस आ जाता है क्या? जवाब ना-ना आया तो शाह ने कहा, एक बार हमें पूर्ण बहुमत दीजिए, झारखंड की किस्मत बदल देंगे। शाह ने ऊर्जस्वित भीड़ को संकल्पित भी करवाया। बोले-भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनवाओगे? मोदी को झारखंड को विकास करने दोगे? मोदी के हाथ मजबूत करोगे? मैदान के हर कोने से हामी आयी। अपने 20 मिनट के संबोधन में शाह ने भीड़ को बांधे रखा और जबरदस्त तालियां बटोरीं।पढ़े - हर सांसद पर सदन चलाने की जिम्मेदारी : प्रधानमंत्री