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जीत की आदत डालें भाजपा कार्यकर्ता: अमित शाह

औपचारिक रूप से भाजपा की कमान संभालते ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका 'फार्मूला उत्तर प्रदेश' अब हर राज्य में दिखेगा। लोकसभा चुनाव में देश के 12 राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों के कांग्रेस मुक्त होने का उल्लेख करते हुए उन्होंने अब अन्य राज्यों को भी कांग्रेस मुक्त करने की जरूरत

By Edited By: Updated: Sun, 10 Aug 2014 09:14 AM (IST)
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जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। औपचारिक रूप से भाजपा की कमान संभालते ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका 'फार्मूला उत्तर प्रदेश' अब हर राज्य में दिखेगा। लोकसभा चुनाव में देश के 12 राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों के कांग्रेस मुक्त होने का उल्लेख करते हुए उन्होंने अब अन्य राज्यों को भी कांग्रेस मुक्त करने की जरूरत बताई। शाह ने कहा कि फिलहाल एक दर्जन राज्यों पर उनकी नजर है जहां वह भाजपा की सरकार चाहते हैं। 'जीत की आदत डालने' का मंत्र देते हुए उन्होंने देश भर से आए राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों और कार्यकर्ताओं को साफ कर दिया है कि यही सफलता की कुंजी है।

लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से अभूतपूर्व नतीजे लाने वाले शाह से अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी पार्टी को आशा है तो खुद शाह भी आत्मविश्वास से लबरेज हैं। शनिवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में अपने पहले अध्यक्षीय भाषण में ही उन्होंने इसका इजहार कर दिया। बिना लाग लपेट के उन्होंने अपना लक्ष्य तय करते हुए कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर समेत दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में सरकार बनानी है। लोकसभा चुनाव में 12 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेश कांग्रेस मुक्त हो चुके हैं। अब दूसरे राज्यों को भी कांग्रेस मुक्त करना होगा। इसका रास्ता वही होगा जो उत्तर प्रदेश में अपनाया गया। यानी संगठन का विस्तार, जनता से संपर्क और कार्यकर्ताओं का समर्पण। उन्होंने कहा- 'केंद्र में सरकार बन गई इससे संतुष्ट होना ठीक नहीं, संतोष से कुछ प्राप्त नहीं होगा, भूख बढ़ाइए। जीत की आदत डालिए।' ऐसा कोई भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश नहीं होना चाहिए जहां भाजपा राजनीतिक ताकत के रूप में न हो। उन्होंने इस जीत के लिए रास्ता सुझाने में भी देर नही लगाई। एक नवंबर से सदस्यता अभियान की पारंपरिक शुरुआत तो होगी ही, ऑनलाइन सदस्यता के लिए हर कॉलेज और विश्वविद्यालय में भी पार्टी का कैंप लगेगा।

चुनावी राज्यों पर शाह की टिप्पणी

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था चिंताजनक है। हमें संयम रखना होगा और जनता तक पहुंचना होगा। राज्य सरकार कुछ नहीं कर रही है, लेकिन लोकसभा में जनता ने हमें भारी बहुमत देकर भेजा है। हमें उनकी चिंता करनी होगी।

बिहार: गठबंधन सिद्धांत और विचारधारा के आधार पर होता है, लेकिन बिहार में नीतीश कुमार ने सत्ता के लिए उस लालू प्रसाद से हाथ मिला लिए जिसके कुशासन के खिलाफ नारे लगाकर सत्ता में पहुंचे थे। जनता इस सचाई को समझती है। वहां भाजपा की बहुमत बहुमत वाली अगली सरकार बनानी है।

जम्मू-कश्मीर: जम्मू कश्मीर में विकास के नाम पर काफी पैसा जाता है लेकिन सबकुछ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। वहां की जनता नई पार्टी चाहती है जो उनकी बात सुने और उनके लिए काम करे। इसके लिए पूरे देश के कार्यकर्ताओं को जुटना होगा।

केंद्र सरकार के मंत्रियों को दिया टास्क

भाजपा के नए अध्यक्ष अमित शाह ने मोदी सरकार के मंत्रियों को भी टास्क दे दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में उन्होंने निर्देश दिया कि सभी मंत्री चुनाव घोषणापत्र के अमल पर तत्काल प्रभाव से जुट जाएं। वहीं मोदी के सबसे करीब रहे गंगा अभियान को जन अभियान बनाने की सलाह दी। मोदी खुद सरकार और संगठन के बीच सामंजस्य की बात कहते रहे हैं। इस क्रम में शाह ने संगठन को सरकार और जनता के बीच सेतु करार दिया तो मंत्रियों को भी आगाह किया उन्हें उन वादों पर खरा उतरना होगा जो चुनाव में किए गए थे। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को अपने अपने विभागों से जुड़ी बातों पर गौर करना चाहिए। समयबद्ध योजनाएं बनाएं और क्रियान्वयन के हर मुकाम पर पार्टी संगठन को जानकारी दें। गंगा सफाई अभियान पर शाह ने भी बल दिया। उन्होंने कहा कि गंगा देश की संस्कृति से जुड़ी है। इसके नाम पर पिछली सरकारों में भी पैसा बहाया गया लेकिन कुछ नहीं हुआ। भाजपा कार्यकर्ताओं को इसे जनआंदोलन बनाना होगा। गौरतलब है कि दैनिक जागरण ने भी हाल में गंगोत्री से लेकर गंगा सागर तक अविरल निर्मल गंगा के लिए अभियान चलाया था जिसमें 25 लाख से ज्यादा लोगों ने इसके लिए संकल्प लिया था।

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