बादल ने राव से मिलकर की थी फौजी कार्रवाई की मांग
ऑपरेशन ब्लू स्टार पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अब मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को पत्र लिखकर कई गंभीर सवालों के जवाब मांगे हैं। साथ ही कैप्टन ने दावा किया है कि बादल ने खुद ही तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री पीवी नरसिम्हा राव से मुलाकात कर श्री हरिमंदिर साहिब में फौजी कार्रवाई की मांग की थी। यह मुलाकात 2
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। ऑपरेशन ब्लू स्टार पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अब मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को पत्र लिखकर कई गंभीर सवालों के जवाब मांगे हैं। साथ ही कैप्टन ने दावा किया है कि बादल ने खुद ही तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री पीवी नरसिम्हा राव से मुलाकात कर श्री हरिमंदिर साहिब में फौजी कार्रवाई की मांग की थी। यह मुलाकात 28 मार्च, 1984 को हुई थी। बादल को इस महत्वपूर्ण मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए, जो अब पंजाब के लोगों की अदालत में हैं, जिनमें खासकर पंजाब, देश व विदेशों में बसने वाले सिख हैं। जिनको समझना चाहिए कि आप क्या हो?
कैप्टन ने पत्र में सवाल पूछा है कि क्या आप (बादल) ब्लू स्टार से पहले एक केंद्रीय मंत्री से मिले थे, क्योंकि उस वक्त आपके प्रधान संत हरचंद ¨सह लौंगोवाल ने ऐसा करने के लिए जत्थेदार गुरचरण ¨सह टोहड़ा, सरदार सुरजीत ¨सह बरनाला व आपकी एक तीन सदस्यीय समिति बनाई थी। परंतु 28 मार्च को आपके द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री के साथ अकेले बैठक करने का क्या तर्क था?
पढ़ें: गुजरात दंगों और दिल्ली सिख हत्याकांड में अंतर: बादल
कैप्टन ने कहा कि एक माह बाद 25 अप्रैल, 1984 को संत हरचंद ¨सह लौंगोवाल ने प्रधानमंत्री के निजी सचिव को लिखे एक पत्र में इन शब्दों का इस्तेमाल किया था कि आपको पता है कि सरदार गुचरण ¨सह टोहड़ा की जान खतरे में है, इसके लिए मैं आपको यह पत्र लिख रहा हूं। संत जरनैल ¨सह हार नहीं मानने वाले और अब मेरा पक्का विश्वास है कि आपको वह करना चाहिए, जिसकी हमने पहले योजना बनाई थी और सरदार प्रकाश ¨सह बादल इस बारे में आपको डिटेल में पहले ही जानकारी दे चुके हैं।
आप सेक्टर 9, चंडीगढ के निवास से 11-12 जून की रात 2.30 बजे गिरफ्तार हुए, न कि 10 को। आपने इससे पहले 11 तारीख को प्रेस वार्ता की थी। जब पुलिस आई थी, तो आपने अपनी गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देने के लिए बड़ी संख्या में लोगों को बुला लिया था।