भाजपा-आप से नाराज विधायक थाम सकते हैं कांग्रेस का हाथ
राजधानी दिल्ली में चुनाव की घोषणा से पहले कांग्रेस बड़ा सियासी दांव खेलने की तैयारी में है। पार्टी भाजपा व आप से नाराज पूर्व विधायकों व पार्षदों सहित छह-सात नेताओं को अपने पाले में लाने की तैयारी में है। इनमें से एक पूर्व विधायक ने रविवार को सूबे की कांग्रेस
By Sudhir JhaEdited By: Updated: Mon, 01 Dec 2014 09:01 AM (IST)
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में चुनाव की घोषणा से पहले कांग्रेस बड़ा सियासी दांव खेलने की तैयारी में है। पार्टी भाजपा व आप से नाराज पूर्व विधायकों व पार्षदों सहित छह-सात नेताओं को अपने पाले में लाने की तैयारी में है। इनमें से एक पूर्व विधायक ने रविवार को सूबे की कांग्रेस के एक कद्दावर नेता से उनके घर पर जाकर मुलाकात की। उनके साथ दो और पूर्व विधायक भी कांग्रेसी नेताओं से बातचीत कर रहे हैं।
बताते हैं कि टिकट की चाहत रखने वाले कुछ पार्षद भी जल्दी ही कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं। सूबे में पिछले दिनों सरकार बनाने की चल रही कवायद के तहत भाजपा ने कुछ पूर्व विधायकों को लुभावने आश्वासन दिए थे, लेकिन अब पार्टी इन्हें टिकट तक देने को तैयार नहीं है। सरकार नहीं बनने के बाद उन्हें अकेला छोड़ दिया गया। अब ऐसे नेता कांग्रेस के पीछे खड़े हैं। बताया यह भी जा रहा है कि भाजपा के टिकट पर पिछला चुनाव जीते कुछ पूर्व विधायकों को भी पार्टी ने इशारा कर दिया है कि इस चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया जाएगा। ऐसे नेता भी कांग्रेस में अपनी जगह तलाश रहे हैं। कुछ नेता ऐसे भी हैं जो अपना टिकट काटे जाने की सूरत में अपने बेटे के लिए कांग्रेस का टिकट हासिल करने के जुगाड़ में लगे हुए हैं। ऐसे ही एक पूर्व विधायक ने बताया कि कांग्रेस से उनकी बातचीत चल रही है। यदि सबकुछ ठीक रहा तो अगले दो-तीन दिन में वे पार्टी में शामिल हो जाएंगे। उनहोंने दावा किया कि कम से कम दो और पूर्व विधायक उनके साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। कांग्रेस में शामिल होने की पहल करने वालों में भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी के वे पूर्व विधायक शमिल हैं जिन्हें पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है। टिकट पा चुके कुछ नेता भी आप को बड़ा झटका दे सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस से जुड़े एक पदाधिकारी ने कहा कि विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे कुछ पार्षद भी जल्दी ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। लेकिन चाहे कोई पूर्व विधायक हो अथवा वर्तमान पार्षद, पार्टी में आने की उनकी कोई शर्त नहीं होगी। पढ़ेंः दिल्लीः लंच से केजरी ने जुटाए 50 लाख