राजनीति के कीचड़ में नहीं पड़ना चाहते हजारे
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से बुधवार को कहा कि वह सियासी गंदगी से दूर रहना चाहते हैं। जब यह पूछा गया कि उन्होंने अपनी पूर्व सहयोगी किरण बेदी का फोन क्यों नहीं उठाया तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। बेदी
By manoj yadavEdited By: Updated: Wed, 21 Jan 2015 08:24 PM (IST)
मुंबई। भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से बुधवार को कहा कि वह सियासी गंदगी से दूर रहना चाहते हैं। जब यह पूछा गया कि उन्होंने अपनी पूर्व सहयोगी किरण बेदी का फोन क्यों नहीं उठाया तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। बेदी हाल ही में भाजपा में शामिल हुई हैं।
फोन न उठाने के मुद्दे पर हजारे ने कहा कि यह विषय फिर सामने आया है। मैं इस गंदगी में नहीं पड़ना चाहता। वह अहमदनगर जिले के अपने गांव रालेगण सिद्धि में संवाददाताओं से से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व आइपीएस अधिकारी बेदी ने भाजपा में शामिल होने से पहले उनसे संपर्क नहीं किया था। बताया जाता है कि 77 वर्षीय गांधीवादी हजारे इस बात से नाराज थे कि बेदी ने भाजपा में शामिल होने से पहले उसने संपर्क नहीं किया। बेदी ने कहा था कि उन्होंने हजारे को फोन किया था लेकिन कभी वह सोए हुए तो कभी आराम कर रहे होते थे। बेदी ने हाल में कहा है कि वह हजारे से मिलेंगी और राजनीति में शामिल होने के अपने फैसले के बारे में उन्हें विस्तार से बताएंगी। हजारे ने यह भी कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद वह जन लोकपाल के मुद्दे पर अपने आंदोलन की अगली दिशा तय करेंगे। उस आंदोलन में कौन लोग होंगे? इस सवाल के जवाब में अन्ना ने कहा कि यह हमलोग बाद में तय करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन अभियान में बेदी और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल दोनों थे। तब बेदी और हजारे दोनों ने आम आदमी पार्टी बनाने के केजरीवाल के कदम का विरोध किया था।पढ़ेंः किरण बेदी ने भाजपा में जाने से पहले चर्चा नहीं की : अन्ना