लोकसभा चुनाव में दीदी के लिए प्रचार करेंगे अन्ना
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने जहां एक ओर भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है, वहीं तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ की है। अन्ना ने मोदी के 'चाय पर चर्चा' कार्यक्रम की आलोचना करते हुए कहा कि शराब की बोतल लेकर वोट देना या कोई चाय पिला दे उसे वोट देन
By Edited By: Updated: Fri, 14 Feb 2014 01:32 PM (IST)
कोलकाता। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने जहां एक ओर भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है, वहीं तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ की है। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में ममता के लिए प्रचार करने का ऐलान किया।
पढ़ें : केजरीवाल ने अन्ना के मांग पत्र का नहीं दिया जवाब अन्ना ने मोदी के 'चाय पर चर्चा' कार्यक्रम की आलोचना करते हुए कहा कि शराब की बोतल लेकर वोट देना या कोई चाय पिला दे उसे वोट देना, दोनों ही गलत है। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में वह नरेंद्र मोदी के बजाय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन करेंगे। इस मुद्दे को लेकर 18 फरवरी को ममता दिल्ली में अन्ना के साथ बैठक करेंगी। पढ़ें : मार्च से देश भर में अन्ना का आंदोलन
अन्ना ने ममता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान तृणमूल के सभी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है अगर ममता प्रधानमंत्री बनती हैं तो भ्रष्टाचार रुकेगा। अन्ना ने कहा कि हमें उनमें आशा की किरण दिखाई देती है। यदि लोग ऐसे नेताओं का समर्थन करने लगें तो देश को बदलने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि ममता चप्पल और एक साधारण सी साड़ी पहनती हैं और बतौर मुख्यमंत्री वेतन भी नहीं लेतीं। इससे पहले बृहस्पतिवार की दोपहर तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद मुकुल राय ने अन्ना हजारे के महाराष्ट्र स्थित उनके गांव जाकर मुलाकात की। मुलाकात के बाद सीएम की आगामी बैठक की जानकारी दी गई। इस बैठक में राजनीतिक गतिविधियों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। मुकुल ने बताया कि बैठक में अन्ना ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक दलों से कई प्रश्नों का जवाब मांगा था जिसमें से सारे प्रश्नों का जवाब एकमात्र मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया है। अन्ना के मांग पत्र का न तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने और न ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया।