जम्मू-कश्मीर: कुलगाम में लोगों ने निकाला जुलूस, लगाए देश विरोधी नारे
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में मंगलवार को एक जुलूस के दौरान फिर राष्ट्र विरोधी नारे लगे
श्रीनगर, (राज्य ब्यूरो)। घाटी में विधि व्यवस्था के संकट और आतंकी समर्थकों के हिंसाचक्र में मंगलवार को भाजपा और अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआइपी) के दो नेताओं ने इस्तीफा दे दिया। इस बीच, कुलगाम में एक राष्ट्र विरोधी रैली हुई, जबकि सूर्यास्त के बाद वादी के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने सड़कों पर सामूहिक नमाज अदा कर राष्ट्र विरोधी जुलूस निकाले।
कुलगाम में कारों, मोटरसाइकिलों, ट्रकों व बसों में सवार होकर बड़ी संख्या में लोग कुलगाम के विभिन्न गांवों से होते हुए खुडवनी-कुलगाम पहुंचे, जहां एक रैली हुई। रैली में जमकर भारत विरोधी जहर उगला गया।
रैली के दौरान बुगाम में भाजपा नेता गुलाम हसन जरगर ने लोगों से माफी मांगी और भाजपा से इस्तीफे का एलान किया, लेकिन भाजपा ने आधिकारिक तौर पर इस्तीफे की पुष्टि नहीं की है। हसन जरगर ने 2014 में कुलगाम में भाजपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था।
कुलगाम से सटे अनंतनाग के चीनी चौक में शाम को हुई एक रैली में अवामी इत्तेहाद पार्टी के नेता एडवोकेट मुजीबउर रहमान भी इस्तीफे का एलान करते हुए आजादी के हक में नारे लगाए। मुजीब ने गत जून में हुए अनंतनाग विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के खिलाफ अवामी इत्तेहाद पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर हिस्सा लिया था।
इस बीच, शाम को कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने सड़कों पर जमा होकर मगरिब की नमाज अदा की। श्रीनगर के रैनावारी इलाके में पांच हजार लोगों ने सामूहिक नमाज अदा की और उसके बाद राष्ट्र विरोधी नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला।
गौरतलब है कि आठ जुलाई को आतंकी कमांडर बुरहान के मारे जाने के बाद से ही कश्मीर घाटी में विधि व्यवस्था का संकट जारी है। हालांकि राष्ट्र विरोधी रैलियां घाटी के हर हिस्से में रोजाना निकल रही हैं। इनके साथ ही प्रत्येक जिला मुख्यालय में एक बड़ी रैली और रोड शो भी आयोजित किए जा रहे हैं।
कश्मीर में फिर लगे देश विरोधी नारे, आतंकी बुरहान के समर्थन में भी उठी आवाज