कलाम ने नालंदा विश्वविद्यालय से नाता तोड़ा
पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने नालंदा विश्वविद्यालय के पुनरुद्धार परियोजना कार्य से अलग होने का निर्णय किया है।
नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने नालंदा विश्वविद्यालय के पुनरुद्धार परियोजना कार्य से अलग होने का निर्णय किया है।
कलाम ने यह निर्णय अप्रत्यक्ष रूप से यह अहसास होने के बाद किया है कि उनकी इस परियोजना में कोई भूमिका नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि कलाम ने इस संस्थान को केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रदानन का हवाला देते हुए अपने को इस प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय परियोजना से अलग कर लिया है जिसमें कुलपति की नियुक्ति जैसे महत्वपूर्ण शक्तियां राष्ट्रपति के अधीन होंगी। राष्ट्रपति रहने के दौरान से ही इस परियोजना के मुख्य चालक रहे कलाम ने अधिकारियों को बताया कि वह विश्वविद्यालय के पहले विजिटर नहीं रह पाएंगे।
संस्थान के केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद पदेन राष्ट्रपति उसके विजिटर होंगे। बिहार के प्राचीन शिक्षा केंद्र को पुनर्जीवित करके नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना कलाम की उस समय की सोच थी जब वह राष्ट्रपति थे।
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