सेना के भर्ती नियमों में बड़ा बदलाव
सेना में नौकरी की राह तकने वाले नौजवानों का सामना अब बदले हुए नियमों से होगा। वर्षो बाद सेना भर्ती नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए इसे आसान और पारदर्शी बनाने की दिशा में कदम उठाया गया है। कोशिश है कि फाइनल मेरिट लिस्ट में नंबरों की असमानता दूर हो और हर कैटेगरी में अभ्यर्थियों की क्षमता का सही आकल
[साजिद रजा खां], बरेली । सेना में नौकरी की राह तकने वाले नौजवानों का सामना अब बदले हुए नियमों से होगा। वर्षो बाद सेना भर्ती नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए इसे आसान और पारदर्शी बनाने की दिशा में कदम उठाया गया है। कोशिश है कि फाइनल मेरिट लिस्ट में नंबरों की असमानता दूर हो और हर कैटेगरी में अभ्यर्थियों की क्षमता का सही आकलन किया जा सके। इसीलिए एक किमी दौड़ पूरा करने का निर्धारित समय भी घटाया गया है। साथ ही फर्जीवाड़ा रोकने के लिए मेडिकल से पहले बॉयोमीटिक टेस्ट अनिवार्य किया गया है।
अभी तक सेना भर्ती में सिपाही जनरल ड्यूटी (जीडी) की चार ग्रुप में दौड़ कराई जाती थी, जिसे दो ग्रुप में कराया जाएगा। अभ्यर्थियों को निर्धारित 1.06 किलोमीटर दौड़ अधिकतम 06.20 मिनट में पूरी करनी होती थी। अब यह समय घटाकर सिर्फ छह मिनट कर दिया गया है। साथ ही भर्ती में बढ़ते फर्जीवाड़े को रोकने के लिए मेडिकल से पहले बायोमीटिक टेस्ट कराया जाएगा। इसके लिए सभी सेना अस्पतालों में बायोमीटिक मशीनें लगाई जा रही हैं। पूर्व में भर्ती के दौरान ही मेडिकल टेस्ट किया जाता था, जहां असफल अभ्यर्थी दुबारा चैलेंज कर फर्जी तरीके से पास होकर नौकरी का दावा करते थे। सेना मुख्यालय के डायरेक्टर जनरल ने सोमवार को पत्र भेजकर नई भर्तियों में ये नियम लागू करने के निर्देश दिए हैं।